Hafiz Saeed News: पाकिस्तान (Pakistan) के कराची (Karachi) में भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों में से एक मुफ्ती कैसर फारूक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मुफ्ती कैसर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक सदस्यों में से एक था और आतंकवादी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) का करीबी भी बताया जाता है. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया जिसमें दिखा कि आतंकी मुफ्ती कैसर कुछ लोगों के साथ मस्जिद के बाहर पैदल चल रहा था. इसी बीच वहां फायरिंग होने लगी जिससे बचने के लिए मुफ्ती कैसर तेजी से भागने की कोशिश करता दिखाई दिया. लेकिन मुफ्ती कैसर कुछ कदम का सफर ही तय कर पाया कि एक गोली सीधे उसकी पीठ में लगी जिससे वो लड़खड़ा कर वहीं गिर पड़ा.


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कैसे मारा गया हाफिज सईद का करीबी?


गोली की आवाज सुनते ही वहां मौजूद लोगों में भी भगदड़ मच गई जो अपनी जान बचाकर वहां से भागते नजर आए. बताया गया कि इस दौरान वहां मदरसे में पढ़ने वाले कुछ बच्चे भी थे जिनमें से एक बच्चा इस गोलीबारी में घायल भी हुआ. इस फायरिंग के बाद बाइक पर आए हमलावर वहां से फरार हो गए जिनकी जानकारी नहीं मिल पाई. वहीं आतंकी मुफ्ती कैसर को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की खबर दी.


भारत के दुश्मन एक-एक कर हो रहे खत्म


गौरतलब है कि बीते कुछ वक्त से भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले कई आतंकियों की दुनियाभर में हत्या हुई है. इनमें कुछ आतंकियों की हत्या पाकिस्तान में हुईं. इन्हीं में एक मुफ्ती कैसर फारूक भी था, जो लश्कर-ए-तैयबा का सह संस्थापक तो था ही. साथ ही पाकिस्तानी जेल में बंद भारत के दुश्मन हाफिज सईद का करीबी भी था और हाफिज सईद की ही तरह भारत को इसकी लंबे अरसे से तलाश थी. लेकिन पाकिस्तान में रहने की वजह से भारत इसे पकड़ नहीं पा रहा था. मुफ्ती कैसर फारूख की तरह पाकिस्तान कई और भारत विरोधी आतंकियों का ठिकाना है और इनमें से एक लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी जिया उर रहमान की भी बीते दिनों हत्या हुई थी. इसी तरह अल बद्र के खालिद रजा को भी कुछ दिनों पहले हमलावरों ने ढेर कर दिया था. इन हत्याओं में किसी भी हमलावर को पाकिस्तान की पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई जबकि मारे गए आतंकियों में कई ISI की सुरक्षा में रहते थे.


बढ़ती जा रहीं हाफिज सईद की मुश्किलें


भारत के मोस्ट वॉन्टेड आंतकी और लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद की मुश्किलें और भी बढ़ती जा रही हैं. 26 सितंबर से हाफिज सईद का बेटा कमालुद्दीन सईद भी लापता बताया जा रहा है. जिसके बारे में कोई भी ठोस जानकारी अबतक सामने नहीं आ पाई है. बताया जा रहा है कि कमालुद्दीन सईद को 26 सितंबर को कार में आए कुछ लोगों ने पेशावर से किडनैप किया था और उसके बाद वो उसे कहां ले गए इसका पता नहीं लग पाया.


हाफिज सईद के बेटे को किसने किडनैप किया?


पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI भी लगातार इस मामले की छानबीन में लगी हुई है लेकिन हाफिज सईद के बेटे को किसने किडनैप किया और इस समय वो कहां है इसका पता नहीं लग पाया है. हाफिज के बेटे कमालुद्दीन के अपहरण के बाद उसकी हत्या की भी खबर है लेकिन अबतक उसकी लाश मिलने का कोई सबूत सामने नहीं आया. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी मीडिया में इस बात की भी खबर है कि लश्कर के सदस्यों पर हो रहे लगातार हमलों की वजह से लश्कर के दूसरे आतंकियों की तरह ISI ने कमालुद्दीन सईद को भी सुरक्षित जगह पर पहुंचाया है और उसके अपहरण की अफवाह झूठी है.


बढ़ानी पड़ी तलहा की सुरक्षा


इस बीच कमालुद्दीन सईद के भाई तलहा की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है. तलहा पर 2019 में भी जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वो बाल-बाल बचा था.  तलहा सईद पर लश्कर के फाइनेंस को संभालने की जिम्मेदारी है. उसे ये जिम्मेदारी मिलने पर लश्कर में काफी सालों से काम कर रहे आतंकियों ने ऐतराज जताया था. गुटबाजी को बढ़ने से रोकने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने आतंकी संगठन के कुछ नेताओं को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया था.


पिछले साल अप्रैल में भारत सरकार ने तलहा सईद को आतंकवादी घोषित कर दिया था. साथ ही भारत तलहा को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की मांग भी करता आ रहा है लेकिन चीन की तरफ से इसमें बार-बार अड़चनें पैदा की गईं. हाफिज तलहा सईद आतंकियों को भर्ती करने, धन जुटाने और भारत पर आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल रहा है. वो पाकिस्तान में खुलेआम आता-जाता है और सभाओं में भारत, अमेरिका और पश्चिमी देशों में भारतीय हितों के खिलाफ जिहाद को भड़काता है.