`पुरुष और महिलाएं समान नहीं...` नोरा फतेही के इस बयान ने छेड़ी सोशल मीडिया पर बहस; एक्ट्रेस ने क्यों कही ये बात

Nora Fatehi On Feminism: बॉलीवुड एक्ट्रेस नोरा फतेही इन दिनों अपनी फिल्म `मडगांव एक्सप्रेस` की सफलता को काफी एंजॉय कर रही हैं, जिसमें उनके साथ प्रतीक गांधी और दिव्येंदु जैसे कई कलाकार नजर आ रहे हैं. इसी बीच नोरा का इंटरव्यू वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अपनी प्रोफेशनल लाइफ से लेकर अपने पर्सनल लाइफ और करियर को लेकर खुलकर बात की. इसी बीच नोरा ने नारीवाद के मुद्दे पर भी खुलकर बात की और बताया कि वो इस बारे में क्या सोचती हैं, लेकिन उनके बायन से नारीवाद को लेकर एक बहस सी छिड़ गई है.

वंदना सैनी Sun, 14 Apr 2024-6:36 pm,
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नारीवाद पर बोली नोरा

हाल ही में BeerBiceps के साथ एक इंटरव्यू के दौरान नोरा फतेही ने नारीवाद पर अपने विचार रखे और कहा कि ये विचारधारा हमारे समाज को खराब कर रही है. अपने इंटरव्यू में नोरा ने भी अपनी राय जाहिर करते हुए कहा, 'सामाजिक मामलों में पुरुष और महिलाएं समान नहीं हैं', जबकि उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और शिक्षा के लिए अपने समर्थन की पुष्टि भी की. साथ ही उन्होंने कट्टरपंथी नारीवाद के संभावित हार्मफुल इफेक्ट्स को लेकर भी अपनी बात रखी. 

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सामाज को खराब कर रहा नारीवाद

बीयरबाइसेप्स के साथ बात करते हुए नारो ने कहा, 'मुझे किसी की जरूरत नहीं है, नारीवाद का ये विचार, मैं इस बकवास में विश्वास नहीं करती हूं. असल में मुझे लगता है, नारीवाद हमारे समाज को खराब कर रहा है. अगर नेचुरल फॉर्म में देखा जाए तो जहां पुरुष प्रदाता, कमाने वाला और महिला पालन पोषण करने वाली मानी जाता है, लेकिन आज के समाज में ये सच नहीं माना जाता है. आजकल तो स्वतंत्र होने का मतलब शादी न करने और बच्चे पैदा न करने को समझा जा रहा है.

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औरतों को मां और बीवी की निभानी चाहिए जिम्मेदारियां

नोरा ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा, 'हां, औरतों को काम करना चाहिए. अपनी लाइफ अपने हिसाब से जीनी चाहिए और स्वतंत्र रहना चाहिए, लेकिन एक हद तक. उन्हें एक मां... एक पत्नी का किरदार निभाने के लिए तैयार रहना चाहिए. बिल्कुल वैसे ही जैसे एक आदमी को एक प्रोवाइडर, एक कमाने वाला, एक पति और पिता की भूमिका के लिए तैयार रहना चाहिए'. जहां एक और उनका ये बयान सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स को पसंद आ रहा है तो कुछ इसको गलत भी ठहरा रहे हैं.  

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फेमिनिज्म ने कर दिया आदमियों का ब्रेनवॉश

इतना ही नहीं, अपनी बात को रखते हुए नोरा ने तो ये तक कह दिया कि भले लोग इस सोच को एक पुरानी और पारंपरिक सोच कहें, लेकिन मेरे लिए एक सोचने का एक नॉर्मल तरीका है. फेमिनिज्म के दौर ने आदमियों का ब्रेनवॉश कर दिया गया है. नोरा के इस बयान से सोशल मीडिया पर बहन छिड़ गई है, जिसमें कुठ यूजर्स ने तो फिल्म निर्माता संदीप रेड्डी वांगा तक का जिक्र किया, जिन पर 'कबीर सिंह' और 'एनिमल' जैसी स्त्री द्वेषपूर्ण फिल्में बनाने का आरोप लग चुके हैं. 

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नोरा फतेही का वर्कफ्रंट

वहीं, अगर नोरा फतेही के वर्कफ्रंट की बात करें तो वो कुणाल खेमू के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'मडगांव एक्सप्रेस' में नजर आ रही हैं, जिसमें नोरा के साथ दिव्येंदु शर्मा, प्रतीक गांधी और अविनाश तिवारी जैसे कलाकार नजर आ रहे हैं. इसके अलावा नोरा कई टॉप सॉन्ग्स और कई म्यूजिक एल्बम्स में भी नजर आ चुकी हैं. उनके फेमस गानों में 'साकी साकी', 'दिलबर दिलबर', 'पछताओेगे', 'डांस मेरी रानी' जैसा धांसू गाने शामिल हैं.

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