Breast Cancer: स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं ये 5 फैक्टर, महिलाएं जरूर दें इन बातों पर ध्यान
स्तन कैंसर एक तरह का कैंसर है जो महिलाओं के स्तनों के अंदर विकसित होता है. हालांकि, आजकल की बदलती लाइफस्टाइल के चलते ये बीमारी पुरुषों में भी देखी जा सकती है. अमेरिका में डायग्नोस किए गए प्रत्येक 100 स्तन कैंसर केस में से लगभग 1 पुरुष में पाया जाता है. यह दुनिया के सबसे जानलेवा कैंसर में से एक है. स्तन कैंसर तब विकसित होता है जब सेल्स स्तन में असामान्य रूप से बढ़ती हैं और अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं. इससे टिशू की एक गांठ बनती है जिसे ट्यूमर कहा जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि 5 फैक्टर के कारण स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
हार्मोनल फैक्टर
हार्मोनल फैक्टर भी स्तन कैंसर के खतरे को प्रभावित कर सकते हैं. एस्ट्रोजन हार्मोन के लंबे समय तक संपर्क जैसे हार्मोन स्तन के विकास और कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इन हार्मोनों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
जेनेटिक उत्परिवर्तन
जिन महिलाओं को बीआरसीए1 और बीआरसीए2 जैसे कुछ जीन उत्परिवर्तन विरासत में मिले हैं, उनमें स्तन और डिम्बग्रंथि कैंसर का खतरा अधिक होता है.
उम्र
स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है. अधिकांश स्तन कैंसर का निदान 50 वर्ष की आयु के बाद होता है.
पारिवारिक इतिहास
यदि आपके परिवार के किसी करीबी सदस्य (मां, बहन, बेटी) को स्तन कैंसर हुआ है, तो आप अधिक जोखिम में हैं.
लाइफस्टाइल फैक्टर
लाइफस्टाइल के कुछ फैक्टर (जैसे अधिक वजन या मोटापा) नियमित रूप से व्यायाम न करना और शराब पीना भी स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं.