Delhi NCR Property Rate: एक तरफ जहां बड़े घरों की डिमांड बढ़ रही है. वहीं, देश के दो शहर ऐसे भी हैं, जहां फ्लैट्स का साइज कम होता जा रहा है. एनारॉक की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 5 सालों में देश के 7 शहरों में औसत फ्लैट साइज (Average Flat Size) में बढ़ोत्तरी हुई है यानी कि यहां बनने वाले फ्लैट्स का आकार पहले से बड़ा हुआ है. जबकि, चेन्नई और मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (MMR) में इसमें कमी आई है.


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एनसीआर (NCR) में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी 


रिपोर्ट के अनुसार, जिन टॉप 7 शहरों में फ्लैट्स साइज बढ़ा है. उनमें NCR (National Capital Region) सबसे आगे है. एनसीआर ने पिछले पांच वर्षों में औसत फ्लैट आकार में सबसे अधिक वृद्धि देखी है. साल 2018 में यह लगभग 1,250 sqft था और 2023 की पहली तिमाही में करीब 1,700 sqft पहुंच गया.  NCR के डेवलपर्स डिमांड पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और उसके अनुसार बड़े साइज वाले घर बना रहे हैं. 


रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना से पहले तक ऐसे कॉम्पैक्ट घरों की मांग ज्यादा थी, जो लोगों के बजट में आसानी से आ जाए, लेकिन 2020 में बायर्स की पसंद एकदम से बदल गई है. वर्क-फ्रॉम-होम और स्टडी-फ्रॉम-होम कल्चर से बड़े घरों के चलन में वृद्धि हुई. इससे ये अनुमान भी लगाया जा सकता है कि लग्जरी रियल एस्टेट की ओर ज्यादातर बायर्स आकर्षित हो रहे हैं और ज्यादातर बड़े घरों में लक्स सुविधाओं, इंटीरियर डिज़ाइन और स्मार्ट होम सुविधाओं की पेशकश उनकी प्राथमिकता बन चुकी है, जिससे खरीदारों को उनमें निवेश करने के सभी कारण मिलते हैं. गंगा रियल्टी के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर विकास गर्ग का कहना है कि जबकि अन्य शहरों में फ्लैटों के औसत आकार में कमी देखी गई है. एनसीआर में बड़े घरों की डिमांड  में वृद्धि देखी गई है, जो लग्जरी रियल एस्टेट के डिमांड को दर्शाती है. इसमें भी अगर बात की जाए तो गुरुग्राम एक लग्जरी रियल एस्टेट हब बन चुका है और होमबायर्स भी बड़े और लग्जरी फ्लैट्स में ही निवेश कर रहे हैं. 


बड़े आकार के साथ ही वर्क फ्रॉम होम कल्चर मॉडल में भी वृद्धि हुई है. कोविड के बाद से ही बड़े घरों की मांग को बढ़ावा मिला है, होमबॉयर्स की अपने घर के निवेश को लग्जरी कॉन्डोमिनियम और स्पेस में अपग्रेड करने की इच्छा के कारण भी बड़े घरों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. त्रेहान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर सारांश त्रेहान का कहना है कि हाल के एनारॉक स्टडी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बड़े घर वर्तमान समय में भारतीय होमबॉयर्स के साथ ज्यादा आकर्षित हुए हैं. एनसीआर में 4 और 5 बीएचके की डिमांड पिछले कुछ समय मे ज्यादा देखी गई है. निवेश के संबंध में बायर्स बड़े घरों के ओर ज्यादा रुख कर रहे हैं, जिससे लग्जरी रियल एस्टेट में भी ज्यादा लॉन्च देखे गए हैं.  इसके अलावा स्वास्थ्य और सामाजिक दूरी के दृष्टिकोण से बड़े और विशाल घरों में निवेश को प्राथमिकता देने का झुकाव ज्यादा रहा है. बड़े घरों की अभी भी अत्यधिक मांग के साथ आने वाले समय मे एनसीआर रियल एस्टेट क्षेत्र में इस सेगमेंट में भारी वृद्धि देखने की संभावना है.