देश के टॉप 8 शहरों में क्यों गिरी मकानों की बिक्री, दूसरी तिमाही में आएगी तेजी?
देश के शीर्ष आठ शहरों में मकानों की बिक्री में अप्रैल-जून तिमाही में पिछली तिमाही की तुलना में छह प्रतिशत की गिरावट आई है. आवासीय ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर ने गुरुवार को रेजिडेंशियल मांग और आपूर्ति के तिमाही आंकड़े जारी किए.
Housing Sales: देश के शीर्ष आठ शहरों में मकानों की बिक्री में अप्रैल-जून तिमाही में पिछली तिमाही की तुलना में छह प्रतिशत की गिरावट आई है. आवासीय ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर ने गुरुवार को रेजिडेंशियल मांग और आपूर्ति के तिमाही आंकड़े जारी किए. आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून की अवधि में हाउसिंग सेल्स छह प्रतिशत घटकर 1,13,768 इकाई रह गई, जबकि इससे पहले जनवरी-मार्च तिमाही में यह 120,642 यूनिट थी.
रियल एस्टेट में पॉजिटिव सेंटीमेंट बना हुआ
अप्रैल-जून में हाउसिंग सेल्स के आंकड़े 2 प्रतिशत बढ़ी, जबकि एक साल पहले इसी दौरान 80,245 यूनिट बिकी थीं. आरईए इंडिया के गुप सीएफओ विकास वधावन ने कहा, ‘आम चुनाव के कारण अप्रैल-जून में मकानों की मांग में कमी आई, हालांकि मजबूत बुनियादी बातों के कारण रियल एस्टेट निवेश के प्रति उपभोक्ता भावना बेहद सकारात्मक बनी हुई है.’
वधावन ने कहा, ‘केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद निवेश-समर्थक केंद्रीय बजट की उम्मीदों के बीच हमारे पास यह मानने की वजह है कि आगामी तिमाहियों में खासकर त्योहारी महीनों में बिक्री में मजबूती आएगी.’ रिपोर्ट में शामिल आवासीय बाजार अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद तथा फरीदाबाद), मुंबई महानगर क्षेत्र (मुंबई, नवी मुंबई तथा ठाणे) और पुणे हैं. (भाषा)