मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में मंदिर प्रबंधन द्वारा किया जा रहा विरोध प्रदर्शन खत्म हो गया है. यह प्रदर्शन हरित प्राधिकरण द्वारा दानघाटी मंदिर के हिस्से को ढहाने का आदेश देने के विरोध में किया जा रहा था. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार देर शाम जिले के अधिकारियों और विरोध प्रदर्शन कर रहे पुजारियों व सेवायतों के बीच हुई बैठक ने इस गतिरोध को तोड़ा और यह फैसला लिया गया कि सभी मंदिर शुक्रवार को खुलेंगे. 


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राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने बड़े व व्यस्त सड़कों से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था, जिसके बाद इस फैसले के विरोध में गोवर्धन में तनाव कायम हो गया और दानघाटी व अन्य मंदिर मंगलवार से बंद थे.


मंदिरों को बंद करने के बाद हिंदू नेता और धर्मगुरु सड़कों पर उतर आए और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक व राज्य ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को दीवारों व कई हिस्सों को ढहाए जाने से रोकने में नाकाम रहने पर निशाना बनाया. 


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सरकार विरोधी नारेबाजी के चलते जिला प्रशासन को अतिक्रमण ढहाने के काम को रोकना पड़ा. जिला मजिस्ट्रेट सर्वज्ञ राम मिश्रा को लोगों के भय को दूर करना पड़ा कि कि अब किसी और मंदिर के ढांचे को नहीं ध्वस्त किया जाएगा. 


उन्होंने कहा कि हमने एनजीटी के आदेश पर दानघाटी मंदिर के सामने सिर्फ अवैध ढांचे गिराए हैं. दानघाटी मंदिर के पुजारी रामेश्वर पुरोहित ने कहा कि मंदिर खोलने का फैसला दर्शन के लिए आने वाले सैकड़ों श्रद्धालुओं की भावना को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.