Amarnath Yatra 2024 News in Hindi: जम्मू कश्मीर में हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो जाएगी. इसके लिए श्रद्धालुओं के जत्थे जम्मू के भगवती नगर में बने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के बेस कैंप में पहुंच गए हैं. महिलाओं सहित 800 से अधिक साधु पारंपरिक राम मंदिर और गीता भवन पहुंच चुके हैं. वे गुरुवार देर रात वाहनों के काफिले में जम्मू से बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना होंगे. काफिले की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के कमांडो दस्ते भी साथ रहेंगे. इसके साथ ही जम्मू से कश्मीर के अमरनाथ बेस कैंप तक सड़कों पर जगह-जगह सुरक्षाबलों के जवान कड़ी निगरानी बनाए रखेंगे, जिससे आतंकी तत्व वारदात करने का दुस्साहस न कर सकें. 


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जम्मू के भगवती नगर में जोश चरम पर


जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप में पहुंचे श्रद्धालुओं में अमरनाथ यात्रा को लेकर जमकर जोश दिखाई दिया. जम्मू रेलवे स्टेशन से लेकर भगवती नगर तक जगह- जगह अमरनाथ यात्रियों के स्वागत में बैनर लगे हुए हैं. इसके साथ ही बेस कैंप में भंडारे भी शुरू हो गए हैं. गुरवार को जब यात्री पहुंचे तो सबसे पहले उनके रजिस्ट्रेशन और मेडिकल सर्टिफिकेट चेक करके उनके आरएफआईडी कार्ड बनाए गए. इन कार्डों की वजह से यात्रा के दौरान उनकी लोकेशन ट्रेस हो सकती है. 



चेकिंग के बाद मिली कैंप में एंट्री


चेकिंग के बाद उन्हें कैंप में एंट्री दी गई है. जहां पर उनके लिए ठहरने और भोजन का इंतजाम है. वहां पर कई भंडारे लगे हैं. पहले जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं का जोश अलग ही दिख रहा था. श्रद्धालु जोश में आकर बम- बम भोले का नारा लगाते दिखे. कैंप में ही डीजे पर भजन- कीर्तन का दौर भी चल रहा था, जहां श्रद्धालु नृत्य करते दिखाई दिए. 


29 जून से शुरू होगी यात्रा


कैंप से श्रद्धालुओं का जत्था शुक्रवार तड़के 4 बजे काफिले के रूप में रवाना हो जाएगा. करीब 10 घंटे का सफर तय करके यह काफिला कश्मीर घाटी के 2 अलग-अलग बेस कैंप पहलगाम और बालटाल में पहुंचेगा. वहां पर 29 जून को सुबह 6 बजे से अमरनाथ यात्रा की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी. इस बार की यात्रा 52 दिनों की है और यह रक्षाबंधन वाले दिन 29 अगस्त को संपन्न हो जाएगी. 



एलजी मनोज सिन्हा ने की मीटिंग


इससे पहले जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को पहलगाम में एक उच्च स्तरीय बैठक करके अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की. इस बैठक में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मंदीप भंडारी, कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विधि कुमार बिरदी और पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. उपराज्यपाल ने यात्रा के मार्गों पर पुलिस और सुरक्षा कर्मियों, चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ, ड्यूटी अधिकारियों, राहत एवं बचाव दल तथा सफाई कर्मचारियों की तैनाती पर चर्चा की. 


इंतजाम मजबूत करने के निर्देश


एलजी ने कहा कि अमरनाथ यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्री जम्मू-कश्मीर के 'ब्रांड एंबेसडर' हैं. लिहाजा सभी विभाग सर्वोत्तम व्यवस्था सुनिश्चित करके उन्हें बेहतर अनुभव प्रदान करें, जिससे वे देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर यहां के हालात बता सकें. उन्होंने यात्रा मार्ग पर सुचारू व्यवस्था उपलब्ध कराने, ऑक्सीजन सिलेंडर, चिकित्सा सुविधा के भी इंतजाम परखे. आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती पर जोर दिया.