Sunstone: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का व्यक्ति के जीवन में बहुत गहरा असर पड़ता है. अगर ग्रहों की स्थिति सही न हो तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वहीं अगर ग्रह शुभ हो तो व्यक्ति खूब करता है. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति खराब हो तो उसे रत्न ज्योतिष का सहारा लेना चाहिए. रत्न ज्योतिष में हर एक ग्रह से जुड़े रत्न होते हैं जिसको धारण करके ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम किया जाता है. 


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उसी तरह जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति खराब हो या सूर्य की स्थिति से व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आ रही हो तो सनस्टोन धारण करने की सलाह दी जाती है. आइए जानते हैं कैसे धारण करें सनस्टोन और क्या है इसे धारण करने के फायदें


सूरज की तरह ही समस्टोन भी पीले रंग का होता है. इसे माणिक का उपरत्न माना जाता है. जिस किसी व्यक्ति को जीवन में यश, उन्नति, मान-सम्मान की चाहत होती है वह ये स्टोन धारण कर सकता है. वहीं इसे धारण करने से सूर्यदेव की कृपा भी बनी रहती है.


ये लोग धारण करें


रत्न शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में सूर्य की स्थिति खराब है. कड़ी मेहनत के बाद भी जिसे सफलता नहीं मिल रही हो, मान हानि हो रही हो ऐसा व्यक्ति ज्योतिष की सलाह पर सनस्टोन धारण कर सकता है. इसे धारण करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. 


साथ ही, जीवन में आर रही बाधाएं भी दूर हो जाती है. व्यक्ति तरक्की करने लगता है और उसे मान प्रतिष्ठा बढ़ती है. इसके अलावा सनस्टोम धआरण करने से दांपत्य जीवन भी सुखमय होता है. व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है और घर में खुशियां आती है. सनस्टोन सिंह, तुला और मीन राशिवाले लोग धारण कर सकते हैं. हालांकि इसे धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह जरूर लें.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)