Jyeshtha Amavasya पर अशुभ होता है इन चीजों को खरीदना, पितरों के साथ शनि देव भी हो जाते हैं भयंकर नाराज
Jyeshtha Amavasya Upay: हिंदू धर्म में ज्येष्ठ माह का विशेष महत्व बताया गया है. इस माह में आने वाली अमावस्या तिथि को ज्येष्ठ अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इस दिन पितरों के निमित तर्पण करना बहुत ही शुभ फलदायी माना गया है. जानें इस दिन किन कार्यों को करने से पितर और शनि देव नाराज हो जाते हैं.
Never Buy These Things On Amavasya: ज्योतिष शास्त्र में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन पितरों के निमित श्राद्ध कर्म, तर्पण आदि किया जाता है, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके. ज्येष्ठ माह में आने वाली अमावस्या तिथि ज्येष्ठ अमावस्या के नाम से जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार ज्येष्ठ अमावस्या 6 जून 2024 गुरुवार के दिन मनाई जाएगी.
हिंदू शास्त्रों के अनुसार इस दिन गंगा नदी में स्नान करना और तिपरों का तर्पण आदि करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. साथ ही, पितरों का आशीर्वाद मिलता है. मान्यता है कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन विधि-विधान से पितरों का तर्पण किया जाए,तो उनकी आत्मा को शांति मिलती है. साथ ही, उनकी आत्मा तृप्ति होकर वंशजों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का पूजन किया जाता है. इस दिन वट वृक्ष की पूजा का भी खास महत्व बताया गया है, क्योंकि इस दिन वट सावित्री व्रत रखा जाता है.
ज्येष्ठ अमावस्या का महत्व
ज्येष्ठ अमावस्या के दिन गंगा स्नान का खास महत्व बताया गया है. अगर संभव न हो तो इस दिन नहाने के पानी में गंगा जल मिलकर स्नान करने से शुभ फलो की प्राप्ति होती है. अमावस्या के दिन सामर्थ्य अनुसार दान करना शुभ माना गया है. मान्यता है कि इस दिन शनि देव का जन्म हुआ था और इस दिन शनि देव का पूजन करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है.
वहीं, इस दिन पितरों का तर्पण करने से व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन पितरों का तर्पण करने से घर पर पितरों का आशीर्वाद बना रहता है. सुख-समृद्धि और खुशहाल बनी रहती है. इस दिन भूलकर भी कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे पितरों की नाराजगी का सामना करना पड़ता है.
ज्येष्ठ अमावस्या पर न करें ये काम
- ज्येष्ठ अमावस्या के दिन दान करना शुभ माना गया है. ऐसे में अगर आज के दिन आपके घर पर कोई गरीब कुछ मांगने आता है, तो उसे कभी मना नहीं करना चाहिए. संभव हो तो इस दिन गरीब, भिखारी या फिर किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं और कुछ दान करें.
- ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है. अगर ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि देव का विधि विधान से पूजन किया जाए, तो कुंडली में शनि दोष का प्रभाव कम हो जाता है.
- ज्येष्ठ अमावस्या के दिन गलती से भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करें. ऐसा करने से शनि देव नाराज हो जाते हैं.
- ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन महिलाओं को बाल खोलकर नहीं रखने चाहिए. वहीं, इस दिन बाल धोना भी वर्जित होता है. इसलिए अमावस्या पर बाल बांधकर रखें.
- ज्येष्ठ अमावस्या के दिन लोहा, कांच या सरसों का तेल आदि शनि से संबंधित चीजों की खरीदारी भूलकर भी नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ बताया गया है. बताया जाता है कि इन चीजों का संबंध राहु और केतु से होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)