Rules of Rosary Chanting: सनातन धर्म में देवी-देवताओं की स्तुति के दौरान मालाओं के जाप करने का बहुत महत्व है. कहते हैं कि ऐसा करने से देवी-देवता बहुत प्रसन्न होते हैं और जातक की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि आप कोई भी माला लेकर बैठ जाओ और ईश्वर की आराधना शुरू कर दो. माला जाप का भी अपना एक विधान है, जिसका हमें पालन करना चाहिए. आज हम 4 मालाओं से जुड़ा रहस्य आपको बताने जा रहे हैं कि किस माला के जाप से देवी-देवता ज्यादा प्रसन्न होते हैं और जातक को अपना आशीर्वाद देते हैं. 


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स्फटिक की माला


यजनश्री ट्विटर हैंडल के अनुसार, स्फटिक की माला को माता भगवती का रूप माना जाता है. कांच की तरह दिखने वाली यह माला शक्ति की प्रतीक लक्ष्मी, सरस्वती व दुर्गा जाप के लिए उत्तम है. इस माला का प्रयोग से मंत्र शिघ्र सिद्ध होता है, ब्लड प्रशर के रोगियों और क्रोध शांत करने और दरिद्रता दूर के लिए यह माला अचूक है. इस माला के जाप से जहां लक्ष्मी की प्राप्ति होती है तो वहीं ग्रह दोष भी दूर होते हैं.


कमल गट्टे की माला 


जो व्यक्ति धन और सौभाग्य की कामना रखता है उनके लिये कमल गट्टे की माला बेहद उपयोगी होती है. उन्हें इसी माला के साथ लक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए. कमल गट्टे की माला किसी के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, प्रचुरता और समृद्धि को आकर्षित करने में भी मदद करती है. कमलगट्टे की माला का उपयोग करते हुए देवी लक्ष्मी मंत्रों का जाप करने से जापकर्ता को मानसिक शांति मिलती है और आत्मविश्वास बढ़ता है.


रुद्राक्ष माला


रुद्राक्ष को महादेव का प्रतीक माना गया है. किसी भी उद्देश्य की पूर्ति के लिए रुद्राक्ष की माला का जप किया जा सकता है. इससे किया गया जप कभी भी निष्फल नहीं होता है. इस माला का धारण करने और जप करने से व्यक्ति में ऊर्जा, साहस, और बल में वृद्धि होती है. रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सुख शांति का वातावरण, बेहतर स्वास्थ्य और मृत्यु पर विजय प्राप्त होती है. रुद्राक्ष की माला से श्री गायत्री, श्री दुर्गा, भगवान शिव, श्री गणेश, श्री कार्तिकेय और माता पार्वती के नाम का जप करना चाहिए. 


तुलसी माला


विष्णु प्रिय तुलसी की माला भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण और राम की उपासने के लिए सर्वोत्तम है. इस माला का जप करने पर साधक को कई यज्ञ करने का पुण्य प्राप्त होता है, इस माला को धारण करने से यश और सौभाग्य बढ़ता है. इस माला को धारण करने वाले व्यक्ति को सात्विक नियमों का पालन करना आवश्यक होता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)