Mahakumbh 2025: महाकुंभ के प्रमुख स्नानों के दौरान गंगा और यमुना में नहीं चलेंगी मोटर बोट, प्रशासन ने लिया फैसला; श्रद्धालुओं को मिलेगा ये विकल्प
Prayagraj Mahakumbh Boat Fare News: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में प्रमुख स्नानों के दौरान गंगा और यमुना में मोटर बोट्स नहीं चलेंगी. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए मेला प्रशासन ने यह फैसला लिया है. इसके साथ ही नावों में यात्रियों का किराया भी तय कर दिया गया है.
Prayagraj Mahakumbh Dome City fare: यूपी के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम की रेती पर लगने वाले महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए मेला प्रशासन ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है. महाकुंभ के दौरान प्रमुख स्नान पर्व के दिन गंगा और यमुना की लहरों पर मोटर बोट के संचालक पर पूरी तरीके से पाबंदी रहेगी. सिर्फ चप्पू से चलने वाली नावों को ही सेफ़्टी लाइफ जैकेट के साथ ही संचालन की अनुमति रहेगी. माना जा रहा है कि मोटर बोट के संचालन पर रोक लगने से नाव से होने वाले संभावित हादसों से बचा जा सकेगा.
इन प्रमुख स्नानों के दौरान नहीं चलेंगी मोटर बोट
मेला प्रशासन के मुताबिक, प्रमुख स्नान की तारीख से एक दिन पहले और एक दिन बाद भी मोटर बोट गंगा और यमुना में संचालित नहीं किए जाएंगे. पौष पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि पर्व पर भीड़ अधिक होती है और मोटर बोट के चलने से जल में बहाव तेज हो जाता है. जिससे चप्पू से चलने वाली नावों के पलटने का खतरा रहता है. इसीलिए प्रमुख स्नान पर्व के दौरान गंगा और यमुना में मोटर बोट नहीं चलाए जाएंगे. सिर्फ प्रशासनिक जरूरतों के लिए ही मोटर बोट चलाए जा सकेंगे.
नावों का किराया डेढ़ गुना बढ़ाया गया
वहीं एक फैसला नाविकों के हितों को देखते हुए लिया गया है. वर्षों से नाविकों की मांग थी किराया बढ़ाए जाने का, जिसको मेला प्रशासन ने मंजूर कर लिया है. इस बार महाकुंभ से पहले मेला प्राधिकरण ने नाविकों का किराया पचास फ़ीसदी बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. मेला प्रशासन के इस फैसले का नाविकों ने स्वागत किया है. नाविकों का कहना है कि वर्षों से उनकी मांग थी किराया बढ़ाने की, लेकिन इस बार महाकुंभ से पहले मान लिया गया है, जो स्वागत योग्य है. इतना ही नहीं तीन हजार नाविकों को महाकुंभ के दौरान बीमा कवर भी देने का फैसला मेला प्रशासन ने लिया है.
लाइफ जैकेटों के साथ ही बिठाने की अनुमति
इसके पहले किला घाट से संगम के लिए प्रति व्यक्ति 60 रूपये किराया था, जो अब 90 रुपए हो जाएगा. इसकी रेट लिस्ट भी बाकायदा घाटों पर लगाई जाएंगी ताकि महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं से अधिक वसूली न की जा सके. संगम क्षेत्र में करीब 1400 से अधिक नावें संचालित होती हैं, महाकुंभ के दौरान यह संख्या 3 हजार पार होने की उम्मीद है, क्योंकि आस पास के दूसरे जनपदों से नाविक यहां कुंभ के लिए आते हैं. अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि नाविकों को लाइफ सेफ्टी जैकेट के साथ ही श्रद्धालुओं को बैठाने की अनुमति मिलेगी.
मेला क्षेत्र के नैनी में अत्याधुनिक सुविधाओं वाली डोम सिटी हो रही तैयार
संगम की धरा पर 13 जनवरी से महाकुंभ का आग़ाज़ होने जा रहा है. महाकुंभ को लेकर प्रयागराज में एक तरफ जहां युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं, तो वहीं देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए भी कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में पहली बार महाकुंभ में जमीन से 18 फीट ऊपर डोम सिटी बसाई जा रही है. यहां से पर्यटक महाकुंभ का दिव्य और भव्य नजारा ले सकेंगे. 176 कॉटेज और 44 डोम का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. महाकुंभ क्षेत्र के अरैल में जमीन से 18 फीट ऊपर डोम सिटी तैयार किया जा रहा है. यहां से पर्यटक महाकुंभ का भव्य नजारा देख सकेंगे.
जान लें एक दिन का कितना रहेगा किराया
खास यह कि 1400 स्क्वायर फीट एरिया में बसने वाली डोम सिटी में लोगों के रहने के साथ ही कई आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी. लग्जरी होटल जैसी सुविधा वाली डोम सिटी में महाकुंभ के सभी पीक स्नान पर्व की बुकिंग पूरी हो चुकी है. डोम सिटी के निदेशक अमित जौहरी के मुताबिक यहां डोम का एक दिन का किराया 1 लाख 10 हजार रुपए होगा. जिसमें लग्जरी होटल्स वाली सभी सहूलियत और सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. इसके साथ ही कॉटेज का किराया 81 हजार रुपए होगा. डोम सिटी के निदेशक के मुताबिक यहां पर आस्था का भी ख्याल रखा जाएगा. डोम सिटी में धार्मिक और आध्यात्मिक के साथ सांस्कृतिक गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी.