Mahakumbh 2025 Major Bathing Dates: अगर आप महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज जाने का प्लान कर रहे हैं तो आप उन 10 पुण्य तिथियों के बारे में जान लें, जिन पर स्नान करने से सैकड़ों यज्ञों के बराबर पुण्य मिलता है.
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Prayagraj Mahakumbh 2025 Major Snan Dates: प्रयागराज में अगले साल दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला यानी महाकुंभ शुरू होने जा रहा है. 13 जनवरी से शुरू होने वाला यह महाकुंभ 25 फरवरी को शिवरात्रि पर संपन्न होगा. इस मेले में करीब 40 से 45 करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान है. यह संख्या इतनी ज्यादा है कि अमेरिका, पाकिस्तान, इंडोनेशिया की इतनी जनसंख्या भी नहीं है. प्रयागराज में 12 साल बाद होने जा रहे इस महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए मोदी-योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. स्वयं सीएम योगी हर हफ्ते प्रयागराज जाकर वहां के इंतजामों का निरीक्षण कर रहे हैं.
मान्यता है कि महाकुंभ में संगम का स्नान करने से मनुष्यों को अक्षय गुणों की प्राप्ति होती है और उसके जीवन के सारे दुख-दर्द-पाप दूर हो जाते हैं. ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार, इस बार महाकुंभ 2025 में राजसी स्नान के अतिरिक्त इस बार दिव्य स्नान के लिए 10 प्रमुख तारीखें मिलने जा रही हैं. जिन पर स्नान करने से अनंत पुण्य लाभ हासिल होंगे और जीवन के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कि इस बार कुंभ में स्नान की प्रमुख 10 तारीखें कौन सी हैं-
महाकुंभ 2025 स्नान की प्रमुख तिथियां
महाकुंभ प्रथम स्नान
पौष शुक्ल एकादशी 10 जनवरी 2025 शुक्रवार
महाकुंभ द्वितीय स्नान
पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2025 सोमवार
महाकुंभ तृतीय स्नान
माघ कृष्ण एकादशी 25 जनवरी, 2025, शनिवार
महाकुंभ चतुर्थ स्नान
माघ कृष्ण त्रयोदशी 27 जनवरी, 2025 , सोमवार
महाकुंभ पंचम स्नान
माघ शुक्ल सप्तमी (रथ सप्तमी)-4 फरवरी, 2025 ई., मंगलवार
महाकुंभ षष्टम स्नान
माघ शुक्ल अष्टमी (भीष्माष्टमी) -5 फरवरी, 2025 ई., बुधवार
महाकुंभ सप्तम स्नान
माघ शुक्ल एकादशी (जया एकादशी) -8 फरवरी, 2025 ई., शनिवार
महाकुंभ अष्टम स्नान
माघ शुक्ल त्रयोदशी (सोम प्रदोष व्रत) - 10 फरवरी, 2025, सोमवार
महाकुंभ नवम स्नान
माघ पूर्णिमा, 12 फरवरी, 2025, बुधवार
महाकुंभ दशम स्नान
फाल्गुन कृष्ण एकादशी, 24 फरवरी, 2025, सोमवार
महाकुंभ राजसी (शाही) स्नान 2025 तिथियां
महाकुंभ प्रथम राजसी स्नान
पौष पूर्णिमा, 13 जनवरी 2025, सोमवार
महाकुंभ द्वितीय राजसी स्नान
माघ कृष्ण प्रतिपदा मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025, मंगलवार .
महाकुंभ तृतीय राजसी स्नान
माघ (मौनी) अमावस्या -29 जनवरी, 2025 ई., बुधवार
महाकुंभ चतुर्थ राजसी स्नान
माघ शुक्ल पंचमी (बसंत पंचमी)-2 फरवरी, 2025 रविवार
महाकुंभ पंचम राजसी स्नान
माघी पूर्णिमा, 12 फरवरी 2025, बुधवार
महाकुंभ चतुर्थ राजसी स्नान
महाशिवरात्रि, 26 फरवरी, 2025, बुधवार
लोग क्यों करते हैं महाकुंभ में स्नान?
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक, दैत्यों और देवताओं के बीच सागर मंथन के दौरान क्षीर सागर से अमृत कलश निकला था. उस कलश में भरे अमृत को पीने के लिए दोनों में जबरदस्त खींचतान हुई थी. जिसकी वजह से उसमें से कुछ बूंदें छलककर प्रयागराज, उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में गिर गई थी. तब से इन्हीं चारों स्थानों पर बारी-बारी से कुंभ का आयोजन होता है. इसमें प्रयागराज में होने वाले कुंभ का दर्जा ज्यादा ऊंचा माना जाता है और उसे महाकुंभ कहा जाता है. कहते हैं कि महाकुंभ में पवित्र तिथियों पर स्नान करने से एक सहस्र अश्वमेघ यज्ञों को करने के बराबर पुण्य प्राप्त हो जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)