Shani Vakri 2024 in Hindi: शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या को जो लोग अभी तक मौज मस्ती के साथ गुजार रहे थे,  उन्हें 30 जून से अलर्ट रहना होगा.   मकर, कुंभ और मीन राशि के लोगों पर साढ़ेसाती जबकि कर्क और वृश्चिक राशि वालों की ढैय्या चल रही है. ऐसे में इन राशि के लोगों के लिए 30 जून से लेकर 14 नवंबर तक यानी 139 दिन बहुत ही भारी रहने वाले हैं. इन दिनों को बहुत ही सूझबूझ के साथ गुजारना होगा, नहीं तो परेशानी पर परेशानी आती जाएगी और आप झुंझलाकर कोई ऐसा कार्य कर बैठेंगे जो परेशानियों का पहाड़ बनाने का कार्य कर सकता है. इसलिए इन राशियों के लोगों को अभी से यह मानसिकता बना लेनी चाहिए कि उन्‍हें शनि के वक्री रहने के दौरान पूरी समझदारी से काम करना है. फिर चाहे समय कितना भी मुश्किल हो, आप उसे निकाल लेंगे. 


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इन राशियों पर रहेंगे शनि भारी 


30 जून से लेकर 15 नवंबर 2024 तक की तारीख याद करने के साथ ही मोबाइल पर रिमाइंडर और यदि डायरी मेंटेन करते हैं तो उसमें भी नोट करके रख लें ताकि कोई चूक न होने पाए. दरअसल शनिदेव अभी मार्गी हैं यानी सीधे रास्ते पर अपनी धीमी गति से चलते हुए जा रहे हैं. वर्तमान समय में वो कुंभ राशि में विचरण कर रहे हैं. इसी राशि में रहते हुए वो 30 जून को वक्री हो जाएंगे यानी उल्टी चाल चलने लगेंगे और 14 नवंबर तक वो उल्टी चाल ही चलते रहेंगे यानी पीछे लौटेंगे. इसके बाद 15 नवंबर को शनि महाराज फिर से मार्गी हो जाएंगे अर्थात आगे की ओर चलने लगेंगे. 


लिहाजा जब 30 जून से 14 नवंबर तक जब शनि वक्री रहेंगे तो यह समय इन 5 राशि वालों के लिए काफी क्रिटिकल होने वाला है, जिन पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है. जिस तरह से ठंड का मौसम होते ही व्यक्ति ठंडी चीजों के खानपान से दूर रह कर सर्दी जनित रोगों से बचाव रखता है उसी तरह शनिदेव के वक्री होते ही उपर्युक्त राशि के लोगों को सचेत हो जाना चाहिए. 


शनि की वक्री चाल में क्या करें


इन 5 राशि के लोगों को इस बीच ईगो से बचना होगा यानी घमंड न करें. शनिदेव परिश्रम के कारक हैं और परिश्रमी लोगों को पसंद करते हैं इसलिए काम को लेकर जी चोरी, आलस्य तो बिल्कुल भी नहीं दिखाएं और ना ही आज के काम को कल पर टालें. यानी कार्यों की पेंडिंग लिस्ट तैयार करने से बचना है. साथ ही इस बीच नियमित एक्सरसाइज  भी करते रहे.