Jyestha Amavasya 2024: शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से परेशान हैं तो इससे निजात पाने के लिए ज्‍येष्‍ठ माह में कुछ उपाय कर लेना बहुत लाभ देता है. ज्‍येष्‍ठ महीने में ही शनि देव का जन्‍म हुआ था. सूर्य देव और छाया देवी के पुत्र शनि का जन्‍म ज्‍येष्‍ठ अमावस्‍या को हुआ था. इसी दिन शनि जयंती मनाई जाती है. इस साल ज्‍येष्‍ठ अमावस्‍या यानी कि शनि जयंती 6 जून 2024 को है. जो लोग शनि की महादशा के दुष्‍प्रभाव, शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या के कष्‍टों से परेशान हैं, वे लोग ज्‍येष्‍ठ मास में और शनि जयंती के दिन कुछ विशेष काम कर लें. धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार ज्‍येष्‍ठ मास में शनि की पूजा करने से अचूक फल मिलता है. साथ ही बड़ी से बड़ी समस्‍या भी दूर हो सकती है. ज्‍येष्‍ठ महीना 22 मई से शुरू हो रहा है और 21 जून तक चलेगा. इस दौरान आप भी शनि को खुश करने के उपाय कर सकते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शनि को प्रसन्‍न करने के उपाय 


ज्‍येष्‍ठ मास में शनि देव को प्रसन्‍न करने के उपाय ज्‍योतिष में बताए गए हैं. आइए जानते हैं कि कौनसे काम करने से शनि देव खुश होंगे. 


- सूर्योदय से पहले उठकर स्‍नान करें. स्‍नान से पहले तेल मालिश भी कर सकते हैं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमान जी की भक्ति करने वालों को शनि देव कभी परेशान नहीं करते हैं. हनुमान जी की कृपा से आपकी सारी मुसीबतें धीरे-धीरे खत्‍म हो जाएंगी. 


- शनि देव कर्म के अनुसार फल देते हैं. यानी कि अच्‍छे काम करने वालों को लाभ देते हैं और बुरे कर्म करने वालों को नुकसान. शनि देव उन लोगों से विशेष प्रसन्‍न होते हैं, जो गरीब-जरूरतमंदों, असहायों, श्रमिकों, सफाई कर्मचारी, बुजुर्गों, रोगियों की मदद करते हैं. लिहाजा ज्‍येष्‍ठ मास में इन लोगों की मदद करें इससे शनि प्रसन्‍न होकर शुभ फल देंगे. 


- इसके अलावा पशु-पक्षियों को भोजन-पानी दें. उनकी सेवा करें. काले कुत्‍ते को तेल लगी रोटी देने से शनि दोष से राहत मिलती है. 


- शनि दोष से निजात पाने के लिए शनि से जुड़ी चीजों जैसे काली उड़द दाल, काले तिल, जूते, चप्पल, काले रंग का छाता, काले कपड़ों का ज्‍येष्‍ठ महीने में दान करें. इससे शनि के कारण मिल रहे कष्‍ट दूर होते हैं. 


- सुबह पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं, शाम को दीपक जलाएं. इसके अलावा छाया दान करें. छाया दान के लिए कटोरे (संभव हो तो कांसे का कटोरा लें) में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और फिर तेल सहित उस कटोरी को शनि मंदिर में दान कर दें. मंदिर ना जा सकें तो पीपल के पेढ़ के नीचे रख दें. इससे शनि के अशुभ प्रभाव से जल्‍दी राहत मिलती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)