Budh Ke Upay: बुध ग्रह, बुद्धि और ज्ञान का कारक माने जाते हैं. कुंडली में बुध मजबूत होने पर व्यक्ति को तीक्ष्ण बुद्धि और कुशाग्रता प्रदान करते हैं. वहीं, कमजोर बुध ग्रह भूलने की बीमारी और खराब निर्णय क्षमता का कारण बन जाता है. चंद्रमा भी स्मरण शक्ति को प्रभावित करता है. इसके अलावा बुढ़ापे में शनि ग्रह भी दिमाग पर नकारात्‍मक असर डालते हैं.  


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शनि डालते हैं दिमाग पर असर 


उम्र बढ़ने के साथ, विशेष रूप से 50 वर्ष के बाद, शनि ग्रह का नकारात्मक प्रभाव मस्तिष्क पर बढ़ता है. जिससे स्मरण शक्ति और बुद्धि कमजोर हो सकती है उसका सीधा असर ब्रेन पर पड़ता है.  फिर इसके कारण मेमोरी और बुद्धि प्रभावित होती है. याददाश्त सुधारने के लिए हर उम्र में अलग-अलग उपाय किए जा सकते हैं. यदि उम्र के अनुसार इन ग्रहों को मजबूत करने के उपाय कर लिए जाएं तो बहुत लाभ पाया जा सकता है. 


बच्चों की याददाश्‍त बढ़ाने के उपाय 


- बच्चा बहुत छोटा है और जल चढ़ाने में असमर्थ है, तो उसे सुबह के समय सूर्य के सामने कुछ देर यूं ही खड़े रहकर हाथ जोड़ कर प्रार्थना करनी चाहिए. 


- बच्चे को गायत्री मंत्र याद कराना चाहिए और उसकी उम्र के अनुसार उतनी ही बार मंत्र का पाठ करना चाहिए. 


- 12 वर्ष तक के बच्चों को नित्य प्रातः सूर्योदय के समय जल का अर्घ्य देना चाहिए और जल को अर्घ्य देने के बाद उनकी उम्र के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.   


किशोर करें यह उपाय


- किशोर से युवा यानी 13 से 21 वर्ष तक की आयु के लोगों को याददाश्त बढ़ाने के लिए सूर्योदय के पहले ही स्नान करने के बाद नमः शिवाय का पाठ करना चाहिए. 


- यदि सूर्योदय के पहले नहीं नहा सकते तो जितना भी जल्दी हो नहाने के बाद नमः शिवाय मंत्र का पाठ करें.  


वृद्धावस्था में तेज याददाश्‍त पाने के उपाय 


- 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को गाय को नित्य चारा खिलाना चाहिए, यदि संभव न हो तो किसी गौशाला में उनकी क्षमतानुसार चारे का दान करना चाहिए.


- सूर्योदय के समय गायत्री मंत्र का जाप करके ध्यान लगाना चाहिए, सूर्यदेव का स्मरण करने से तेज आने लग जाता है और भूलने जैसी समस्या कम होने लगती है.