Ram Mandir Pujari: राम मंदिर में इस समय देश भर से भक्‍त गण पहुंच रहे हैं और रामलला के दर्शन पाकर धन्‍य हो रहे हैं. राम मंदिर में सेवा में लगे लोग भी दिन-रात रामलला के साथ-साथ दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का ध्‍यान रख रहे हैं. रामलला की पूजा-अर्चना मुख्‍य पुजारी सत्‍येंद्र दास की देखरेख में हो रही है. साथ ही राम मंदिर के लिए नए भर्ती हुए पुजारियों को ट्रेनिंग देने का काम भी चल रहा है. जानकारी सामने आई है कि मंदिर के पुजारियों के ड्रेस कोड में बदलाव हो सकता है. 


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उत्तर-दक्षिण का संगम 


राम मंदिर के सभी पुजारी अभी केसरिया कुर्ता और धोती पहनते हैं. धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार पुजारियों को ऐसे वस्‍त्र पहनने चाहिए, जिनमें सिर या पैर डालने की जरूरत ना पड़े. नवनर्मित राम मंदिर के पुजारी भी अब नई ड्रेस कोड का पालन करेंगे. पुजारियों के लिए जो ड्रेस कोड तैयार किया जा रहा है उसमें उत्तर और दक्षिण भारत के मंदिरों की परंपराओं का समन्‍वय दिखाई देगा. इसके तहत पुजारी पीली चौबंदी, सफेद धोती और केसरिया पटका पहनेंगे. यह ड्रेस ऐसी होगी, जिसे पहनने के लिए सिर या पैर डालने की जरूरत नहीं होगी. 


नए पुजारी भी होंगे भर्ती 


मंदिर में भक्‍तों की बढ़ती संख्‍या देखकर और कपाट खुलने-बंद होने के समय को देखते हुए ट्रस्‍ट फिर से पुजारियों की भर्ती करने जा रहा है. इसके लिए ट्रस्‍ट विभिन्‍न चरणों में परखकर योग्‍य पुजारियों को चुनेगा. चूंकि राममंदिर के गर्भगृह के अलावा परिसर में बनने जा रहे परकोटे के 7 मंदिरों में भी पुजारियों की जरूरत होगी. जाहिर है, इसके लिए भी पुजारियों की जरूरत होगी. अभी भी कुछ प्रशिक्षु पुजारियों के साथ रहकर ट्रेनिंग ले रहे हैं. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उनको समूहों में अलग-अलग समय के पूजन की जिम्‍मेदारी सौंपी जाएगी. संभवत: यह बदलाव रामनवमी से पहले चैत्र नवरात्रि से लागू होंगे.