Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. इस नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी 9 स्वरुपों की पूजा-अर्चना की जाती है. इस साल चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) 2 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक चलेगी. धार्मिक मान्यता है कि इस नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विधिवत् उपासना से देवी की खास कृपा बरसती है. चलिए जानते हैं कि इस चैत्र नवरात्रि ग्रहों के संयोग से कौन-कौन से योग बन रहे हैं और उसके क्या लाभ मिलने वाले हैं. 


चैत्र नवरात्रि में ग्रहों की स्थिति


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल चैत्र नवरात्रि में ग्रहों के योग से विशेष संयोग का निर्माण हो रहा है. दरअसल इस नवरात्रि के दौरान मंगल और शनि एक साथ रहेंगे. शनि-मंगल के इस युति योग से पराक्रम में वृद्धि होगी. साथ ही कार्यों में सफलता और मनोकामना पूर्ति के भी योग बनेंगे. इसके अलावा चैत्र नवरात्रि की अवधि में कुंभ राशि में गुरु और शुक्र का युति योग बन रहा है. साथ ही साथ मेष राशि में चंद्रमा, वृषभ राशि में राहु, वृश्चिक में केतु और मीन राशि में सूर्य और बुध विराजमान रहेंगे. 


बन रहे हैं ये शुभ संयोग


पंचांग के मुताबिक चैत्र नवरात्रि के दौरान रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि पुष्य नक्षत्र के शुभ संयोग बन रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग का संबंध मां लक्ष्मी से है. मान्यता है कि इस योग में किए गए कोई भी कार्य शुभ परिणाम देते हैं. साथ ही कार्यों में सफलता भी मिलती है. साथ ही रवियोग में सभी प्रकार के दोषों से मुक्ति मिलती है. माना जाता है कि इस योग में किए गए कर्य शीघ्र परिणाम देते हैं. 


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घट स्थापना का शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri Shubh Muhurat)


चैत्र नवरात्रि में घट स्थापना प्रतिपदा तिथि पर की जाती है और यह तिथि 2 अप्रैल को पड़ रही है. इस बार चैत्र नवरात्रि पर घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल सुबह 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 29 मिनट तक रहेगा. ऐसे में इस बार घट स्थापाना के लिए 2 घंटे 19 मिनट का समय मिलेगा. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)