Coconut Importance in Puja: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से हो चुकी है. पहले दिन घटस्थापना के साथ नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि में पहले दिन कलश स्थापना का बहुत महत्व होता है. कलश स्थापना के लिए कलश के मुख पर नारियल रखा जाता है जिसे नवरात्रि के आखिरी दिन की हटाया जाता है. किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में नारियल का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है. 


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नारियल को श्रीहरी और लक्ष्मी का रूप माना जाता है. नारियल के बिना कोई भी पूजा अधूरा मानी जाती है. नवरात्रि में आपने भी घटस्थापना की है तो नारियल का उपयोग किया होगा. कभी-कभी ऐसा होता है कि नारियल में इस दौरान पौधा उग जाता है इसका क्या अर्थ होता है आइए जानते हैं. 


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कलश में पौधा उगना सौभाग्य लेकर आता है


नवरात्रि में कलश स्थापना के बाद अगर पौधा उगर जाए तो एक शुभ संकेत माना जाता है. किसी भी जगह जीवन का फलना सात्विक उर्जा की ओर इशारा करता है. इसका अर्थ है कि वहां का वातावरण सकारात्मक है. इसके साथ ही ये सौभाग्य लेकर आता है. नारियल पर पौधे का उगना उन्नति को दर्शाता है. 


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भगवान विष्णु का आशीर्वाद
 
मान्यताओं के अनुसार कहते हैं कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी नारियल का पेड़ और कामधेनु पृथ्वी पर लेकर आए थे. नारियल के पेड़ को कल्पवृक्ष भी कहा जाता है. नारियल पर पेड़  उगने का मतलब है कि आप पर भगवान विष्णु का आशीर्वाद बना हुआ है. 


धन लाभ का भी है संकेत


नारियल में लक्ष्मी मां का वास भी माना जाता है. अगर नवरात्रि में कलश स्थापना के बाद उसमें पौधा निकल आए तो ये दर्शाता है कि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद आप पर बना हुआ है. वहीं अगर कोई व्यक्ति आर्थिक संकट से गुजर रहा है तो उसकी आर्थिक स्थिति सुधरने वाली है और उसे धन लाभ हो सकता है.  


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)