नई दिल्‍ली: गुरु पूर्णिमा पर 5 जुलाई 2020 को चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2020) लगने जा रहा है. यह 30 दिनों के भीतर तीसरा ग्रहण है. इससे पहले 5 जून को चंद्र ग्रहण और 21 जून को सूर्य ग्रहण था. 5 जुलाई को रविवार के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2020) धनु राशि में लग रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन सूर्य मिथुन राशि में होगें और पूर्णिमा तिथि रहेगी. ज्‍योतिष के मुताबिक एक माह में दो या उससे अधिक ग्रहण पड़ने को शुभ नहीं माना गया है.


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धनु राशि वालें रखें विशेष ध्यान
चूंकि चंद्र ग्रहण धनु राशि में लग रहा है, लिहाजा ग्रहण के दौरान धनु राशि के जातकों को विशेष ध्यान रखना होगा. इस ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव भी धनु राशि पर ही देखा जाएगा. इस राशि के जातकों को ग्रहण के कारण मानसित तनाव, सेहत से जुड़ी कोई समस्या और माता को कष्ट आदि हो सकता है. ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव की पूजा करें और सोमवार का व्रत रखें.


चंद्र ग्रहण का समय
ग्रहण 5 जुलाई को सुबह 8 बजकर 38 मिनट से आरंभ होगा. इस चंद्र ग्रहण की अवधि 2 घंटा 43 मिनट और 24 सेकेंड होगी. 


लेकिन सूतक काल मान्‍य नहीं 
वैसे तो हर ग्रहण का सूतक काल एक ऐसा खास समय होता है, जिसमें कोई भी धार्मिक और शुभ कार्य नहीं किया जाता. इसके चलते सूतक काल को लेकर कई सावधानियां भी बरती जाती हैं, लेकिन 5 जुलाई के ग्रहण में ऐसा नहीं होगा. इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं रहेगा क्योंकि यह ग्रहण उपछाया ग्रहण है. उपछाया ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होता है.


भारत समेत इन देशों में दिखेगा ये ग्रहण
5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत, दक्षिण एशिया के कुछ स्थानों, अमेरिका, यूरोप और अस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा.