Ganesh Ji ki Aarti: पंचांग के अनुसार देशभर में दीवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. आज के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और गणपति की पूजा एक साथ की जाती है. ऐसी मान्यता है कि दीवाली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की आरती करने से धन्य-धान्य की प्राप्ति होती है. माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा एक साथ करने से सभी तरह के आर्थिक संकट दूर होते हैं. पूजा के बाद माता लक्ष्मी और बप्पा गणेश की आरती जरूर करें. पाठकों की सुविधा के लिए हम गणेश जी की आरती लिख रहे हैं जिससे कि भक्त गण बप्पा गणपति की आरती के समय इसे गा सकें.


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गणेश जी की आरती॥


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ॥


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी ॥


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥


इस तरह से आरती गाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.