नई दिल्ली: ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट 29 अक्टूबर को भैयादूज को प्रातः 8 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएगें. विश्व प्रसिद्ध धाम भगवान केदारनाथ के कपाट पुरानी परम्पराओं के अनुसार दीपावली के दूसरे दिन भैयादूज के दिन हमेशा की तरह शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाते हैं. वैसे तो परम्परा यह है कि भैयादूज को कपाट बंद होते हैं लेकिन विजय दशमी के दिन कपाट बंद होने का समय व लग्न ओमकारेश्वर में तय किया जाता है. 


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विजय दशमी के दिन निकाले गए समय और लग्न के अनुसार आठ बजकर 30 मिनट इस वर्ष भैयादूज के दिन शीतकाल के लिए बंद हो जाएगें. इसी दिन डोली केदारनाथ से प्रस्थान कर रामपुर रात्रि निवास करेगी. कपाट बंद होने की पूजा ब्रहममूर्त में सुबह तीन बजे से शुरू हो जाएगी. भगवान की सभी पूजा करने के बाद समय पर कपाट बंद कर दिए जाएगें. 


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बता दें कि आज विजय दशमी के शुभ अवसर पर पंच गददीस्थल ओमकारेश्वर में द्धितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट 21 नवम्बर को 8 बजकर 30 मिनट और तृतीय केदारनाथ तुंगनाथ जी के कपाट 6 नवम्बर केा 8 बजकर 30 मिनट पर बंद होने की तिथि भी घेाषित की गई है. 


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