नई दिल्‍ली: गरुड़ पुराण (Garuda Purana) सनातन धर्म के 18 महापुराणों में से एक है. इसमें मानव जाति के कल्याण से जुड़ी तमाम बातें बताई गई हैं. साथ ही इसमें व्‍यक्ति के पाप-पुण्‍य, वैराग्‍य, मृत्‍यु (Death) , मृत्‍यु के बाद के जीवन आदि को लेकर बहुत विस्‍तार से बताया गया है. हिंदू धर्म के अनुसार गरुड़ पुराण किसी व्यक्ति की मृत्यु के वक्‍त सुनाया जाता है, ताकि मरने वाले का सद्गति मिले. उससे जाने-अनजाने में जो पाप हुए हैं, उससे उन्‍हें मुक्ति मिले. 


मृत्‍यु के बाद मुक्ति के तरीके बताता है गरुड़ पुराण 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गरुड़ पुराण में भगवान विष्‍णु के वाहन गरुड़ और श्रीहरि के बीच हुई बातचीत के जरिए लोगों को भक्ति, सदाचार, यज्ञ, तप, वैराग्य आदि के बारे में बताया गया है. इसमें यह भी बताया गया है कि मृत्‍यु के बाद व्‍यक्ति के साथ क्‍या होगा. इसके लिए कैसे उसके कर्म जिम्‍मेदार रहेंगे और व्‍यक्ति को किन कामों से बचना चाहिए. आज जानते हैं ऐसे 5 काम जो व्‍यक्ति को कभी नहीं करना चाहिए. 


यह भी पढ़ें: Friday Remedies: शुक्रवार को करें ये उपाय, बरसेगी Goddess Laxmi की कृपा


VIDEO



दूसरों का अपमान- कभी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए. इससे व्‍यक्ति के दिल को गहरी चोट पहुंचती है और इसका असर अपमान करने वाले व्‍यक्ति को झेलना पड़ता है. 


लालच करना- लालच गलत रास्‍ते पर ले जाता है. इस कारण लोग कई गलत काम करते हैं, जिसका फल उसे कई तरह के नुकसान उठाकर झेलना पड़ता है. इसके अलावा गलत काम व्‍यक्ति की मान-प्रतिष्‍ठा को भी कम करते हैं. ऐसे व्‍यक्ति के जीवन में सुख नहीं रहता है. 


धन-संपत्ति का घमंड करना- धनवान होना अच्‍छी बात है लेकिन उसका घमंड करना बहुत बुरा है. धनवान होने का सही मतलब तब ही है जब‍ व्‍यक्ति उस पैसे का उपयोग दान करने में, दूसरों की मदद करने में करे. ऐसा संचित धन जो किसी जरूरतमंद के काम न आए, वह घर-परिवार के पतन का कारण बनता है. 


गंदे कपड़े पहनना- जो लोग गंदे कपड़े पहनते हैं, साफ-सफाई से नहीं रहते हैं, उन्‍हें देवी लक्ष्‍मी की कृपा कभी प्राप्‍त नहीं होती है. इसके अलावा गंदगी आसपास के माहौल में नकारात्‍मकता भी लाती है. 


रात में दही का सेवन करना- दही सेहत के लिए अच्‍छा होता है लेकिन रात में इसका सेवन करने से कई तरह की बीमारियां होती हैं. बीमारियों में धन खर्च होना और दर्द सहना व्‍यक्ति के लिए दुख का बड़ा कारण बनता है. 


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)