Jupiter Vakri 2022: जुलाई में गुरु वक्री से इन राशियों की कुंडली में बन रहे हैं धन के योग, जल्दी से जानें क्या आप भी है शामिल
Guru Vakri 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर माह ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति परिवर्तन का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर देखने को मिलता है. जुलाई में देवगुरु वक्री करने जा रहे हैं. और इसका प्रभाव अन्य राशियों पर साफ देखने को मिलेगा.
Brihaspati Vakri Effect 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय के बाद गोचर या वक्री करता है. इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर देखा जा सकता है. बता दें कि देवगुरु बृहस्पति 29 जुलाई को अपनी ही राशि मीन में वक्री करने जा रहे हैं. गुरु ग्रह के इस स्थिति परिवर्तन का प्रभाव 3 राशियों पर खास रूप से देखा जा सकेगा.
बता दें कि देवगुरु बृहस्पति का संबंध ज्ञान, वृद्धि, शिक्षक, संतान, धन, दान और पुण्य आदि से माना जाता है. गुरु की इस उल्टी चाल का असर इन 3 राशियों पर देखने को मिलेगा. इस दौरान इन्हें विशेष धन लाभ की संभावना है. आइए जानें.
गुरु वक्री का इन राशियों पर पड़ेगा ये प्रभाव
वृषभ राशि- ज्योतष शास्त्र के अनुसार इस राशि के 11 वें भाग में गुरु वक्री करने जा रहे हैं. इसे आय और धन लाभ का स्थान माना जाता है. इसलिए गुरु वक्री के दौरान वृषभ राशि के जातकों की आय में वृद्धि होने की संभावना है. धन लाभ हो सकता है. कोई व्यवसायिक डील फाइनल कर सकते हैं. इस दौरान आय के नए रास्ते खुलेंगे. बिजनेस में मुनाफा होगा. अगर किसी नए बिजनेस की शुरुआत करने की सोच रहे हैं, तो ये समय अनुकूल है.
बता दें कि बृहस्पति इस राशि के 8वें स्थान के स्वामी हैं.इस अवधि में किसी पुरानी बीमारी से छुटकारा मिल सकता है. गुरु के शुभ फलों की प्राप्ति के लिए सुनहला रत्न धारण करना आपके लिए लकी साबित हो सकता है.
मिथुन राशि- गुरु बृहस्पति मिथुन राशि के दशम भाव में वक्री होने जा रहे हैं. कुंडली में ये भाव जॉब, कारोबार और कार्यक्षेत्र का होता है. इस अवधि में नई जॉब केऑफर आ सकते हैं. पदोन्नती की संभावना है. वहीं, बिजनेस में अच्छा धनलाभ हो सकता है. मार्केटिंग और मीडिया से जुड़े लोगों के लिए ये समय शानदार हो सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिथुन राशि पर बुध का आधिपत्य है. वहीं, बुध और गुरु में मित्रता का भाव है. इसलिए मिथुन राशि वालों के लिए ये समय लाभकारी साबित हो सकता है. इस दौरान पन्ना रत्न धारण करना लकी साबित हो सकता है.
कर्क राशि- इस राशि के नवम भाव में गुरु वक्री होने जा रहे हैं. इसे भाग्य और विदेश यात्रा का स्थान माना जाता है. गुरु वक्री अवधि के दौरान भाग्य का पूरा साथ मिलेगा.इस दौरान अटके हुए काम बनने की उम्मीद है. व्यापार के सिलसिले से यात्रा कर सकते हैं, जो कि शुभ फलदायी रहेगी. विदेश से जुड़े व्यापार वाले लोगों के लिए अच्छा धनलाभ का हो सकता है. खान- पान, होटल, रेस्टोरेंट से जुड़े बिजनेस के लोगों के लिए ये समय भी अनुकूल है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)