Janaki Jayanti 2024: आज जानकी जयंती पर बना शुभ योग, वैवाहिक सुख पाने के लिए कर लें ये आसान उपाय
Janaki Jayanti 2024: जानकी जयंती माता सीता (जानकी) का प्राकट्य दिवस है. इसी दिन राजा जनक को देवी सीता धरती से पुत्री के रूप में प्राप्त हुईं थीं. वैवाहिक सुख पाने के लिए जानकी जयंती का दिन बहुत खास माना गया है.
वैवाहिक सुख पाने के उपाय: फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जानकी जयंती मनाई जाती है. इसे सीता अष्टमी या सीता जयंती भी कहते हैं. मान्यता है कि इसी दिन माता सीता अवतरित हुई थीं. इस साल जानकी जयंती 4 मार्च 2024, सोमवार को यानी कि आज है. प्रभु राम की पत्नी माता सीता ने पतिव्रत धर्म पालन करने के लिए जीवन में बहुत कष्ट सहे. पति के साथ 14 वर्ष तक वन-वन घूमीं. फिर लंकापति रावण द्वारा अपहृत किए जाने के बाद अशोक वाटिका में दिन बिताए. धर्म-शास्त्रों में जानकी जयंती को वैवाहिक सुख पाने के लिए खास दिन माना गया है. यदि इस दिन कुछ उपाय किए जाएं तो जीवन में सुख-समृद्धि आती है और दांपत्य जीवन में खुशहाली रहती है.
जानकी जयंती 2024 पूजा मुहूर्त और शुभ योग
पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 3 मार्च 2024 को सुबह 08 बजकर 44 मिनट से 4 मार्च की सुबह 08 बजकर 49 मिनट तक है. उदया तिथि के अनुसार 4 मार्च को ही जानकी जयंती मानी जाएगी. साथ ही आज सोमवार भी है, जो महादेव को प्रसन्न करने का दिन है.
वैवाहिक सुख पाने के लिए कर लें ये उपाय
आज जानकी जयंती पर प्रभु राम और माता सीता की विधि-विधान से पूजा करें. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी. साथ ही सोमवार पड़ने का संयोग बनने से आज भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना भी विशेष रहेगा. इससे ना केवल जीवन के कष्ट दूर होंगे बल्कि मनोकामनाएं भी पूरी होंगी. धर्म-शास्त्रों और लाल किताब में ऐसे कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें सोमवार के दिन करना बहुत लाभ देगा.
- जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं या तनाव है वे जानकी जयंती के दिन भगवान श्री राम और माता सीता की विशेष पूजा-अर्चना करें. साथ ही महिलाएं माता सीता की मांग में 7 बार सिंदूर लगाने के बाद अपनी मांग में सिंदूर लगाएं. इससे वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होंगी और पति की उम्र लंबी होगी.
- जानकी जयंती के दिन महिलाओं को सुहाग की चीजों का दान करें. इससे अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है.
- बीमारियों से निजात पाने के लिए जानकी जयंती का व्रत रखें और पूजा करें. साथ ही रुद्राक्ष की माला से 'ॐ जानकी रामाभ्यां नमः' मंत्र का 21 माला जाप करें.
- प्रभु राम के आराध्य भगवान शिव का विधि-विधान से अभिषेक करें. महिलाएं माता पार्वती को श्रृंगार अर्पित करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)