Jayeshtha Purnima पर इस शुभ मुहूर्त में डुबकी लगाने से होगा लाभ, इन 4 चीजों का दान बनाएगा धनवान
Jyeshtha Purnima Daan: ज्योतिष शास्त्र में ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन वट वृक्ष की पूजा की जाती है. इसलिए इसे वट पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत 21 जून को रखा गया था. लेकिन पूर्णिमा का स्नान-दान 22 जून की सुबह किया जा रहा है.
Jyeshtha Purnima Snan-Daan Muhurat: हिंदू पंचांग के अनुसार साल का तीसरा महीना ज्येष्ठ माह होता है. इस माह में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बतााय गया है. बता दें कि ज्येष्ठ माह के बाद आषाढ़ माह की शुरुआत होगी. लेकिन इससे पहले ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा मनाई जाएगी. इस दिन पूजा-पाठ, व्रत और स्नान-दान का भी खास महत्व बताया गया है.
बता दें कि ज्येष्ठ पूर्णिमा को वट पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन वट वृक्ष की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और संतान की सुख की प्राप्ति के लिए पूदा करती हैं. बता दें कि इस बार वट पूर्णिमा का व्रत 21 जून के दिन रखा गया है. वहीं, इस बार स्नान-दान 22 जून यानी आज किया जाएगा. शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद दान करने की परंपरा है. इस दिन कुछ चीजों का दान करना शुभ माना गया है. जानें इस दिन स्नान का शुभ मुहूर्त और किन चीजों के दान से शुभ फलों की प्राप्ति होगी.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर स्नान-दान का शुभ मुहूर्त 2024
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार 21 जून और 22 जून दोनों ही दिन ज्येष्ठ पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाएगा. इस बार 21 जून को पूर्णिमा का व्रत रखा गया है. वहीं आज 22 जून को स्नान दान किया जाएगा. बता दें कि स्नान के लिए शुभ मुहूर्त 22 जून को ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सुबह 7 बजकर 28 मिनट तक बताया जा रहा है. वहीं, इस दिन पूरा दिन दान किया जा सकता है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें इन चीजों का दान
जल दान
ज्येष्ठ माह में आने वाली पूर्णिमा को वट पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस माह में भीष्ण गर्मी होने के कारण जल दान का खास महत्व बताया गया है. ऐसे में आज के दिन राहगीरों और प्यासे को पानी पिलाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. या फिर आप प्याऊ भी लगवा सकते हैं.
अन्न दान
ज्योतिष शास्त्र में अन्न दान को भी विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन अन्न का दान करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. मान्यता है कि इस दिन अन्न दान करने से ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है. साथ ही व्यक्ति के पापों का नाश होता है. संतान सुख की प्राप्ति होती है.
वस्त्र दान
वट पूर्णिमा के दिन वस्त्र दान करना भी शुभ माना गया है. इस दिन क्षमता अनुसार वस्त्रों दान करने से जीवन में आने वाली परेशानियों से जल्द छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही, व्यक्ति को दरिद्रता का सामान भी नहीं करना पड़ता.
शहद दान
शास्त्रों में शहद देवताओं का अमृत माना गया है. इसमें कई औषधीय गुण होते हैं. ऐसे में अगर आप आज के दिन शहद का दान करते हैं, तो आपको अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है और आप बीमारियों से दूर रहते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)