Surya Grahan 2022: सूर्य ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये काम, वरना...
Solar eclipse: भारत में ये सूर्य ग्रहण शाम करीब साढ़े चार बजे से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा. सूर्य ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है. इसलिए सभी को इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
Last Surya Grahan 2022: साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगने जा रहा है. आज देशभर में दिवाली मनाई जा रही है और सूर्य ग्रहण का सूतक आज की रात से ही लग जाएगा. ये सूर्य ग्रहण कई मायनों में खास है. सौरमंडल के इस बेहद विशेष घटनाक्रम की बात करें तो यह 2022 का पहला ऐसा सूर्य ग्रहण है जो भारत में दिखाई देगा. इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा.
अद्भुत खगोलीय घटना
भारत में ये सूर्य ग्रहण शाम करीब साढ़े चार बजे से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा. सूर्य ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है. इसलिए भारत में इसका सूतक काल 25 अक्टूबर को भोर में 4 बजे के बाद मान्य होगा. मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए.
ग्रहण के दौरान न करें ये काम
शास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना खाने की मनाही होती है. इस दौरान काटने-छीलने के काम भी वर्जित माने जाते हैं. यहां तक कि इस दौरान नाखून काटना, कंघी करना भी शुभ नहीं माना जाता है. एक अन्य ध्यान रखने वाली बात ये है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है, इसलिए किसी भी नए या मांगलिक काम की शुरुआत भी ग्रहण के दौरान नहीं करनी चाहिए. घर में मौजूद पीने के पानी और भोजन का सामान जो बन चुका हो उसमें सूतक लगने से पहले लाए गए तुलसी के पत्ते जरूर रख देने चाहिए.
गर्भवती महिलाएं जरूर दें ध्यान
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें और न ही इस दौरान चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल न करें. इसके साथ ही सुई में धागा भी डालने की मनाही की गई है. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ये सभी काम करने से होने वाले बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है.
'ग्रहण के दौरान यात्रा से भी बचें'
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कहा जाता है कि ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए. इसके अलावा ग्रहण के दौरान यात्रा भी नहीं शुरू करनी चाहिए. आपको बताते चलें कि इससे पहले 30 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगा था, जो कि भारत में नहीं दिखा था.
(Disclaimer: यहां इस लेख में दी गई जानकारी पौराणिक कथाओं और मान्यताओं पर पर आधारित है. इन उपायों या तरीकों को अपनाने से पहले आप किसी योग्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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