Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: इंसान भगवान की एक बहुत ही अद्भुत रचना है जोकि अच्छाईयों और बुराईयों से भरपूर होता है इसलिए दुनिया में ऐसा कोई इंसान नहीं है जिससे कभी कोई गलती न हुई हो. कई बार इंसान गलतियां करके सोचता है कि वो बच गया है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होता है. गरुड़ पुराण के अनुसार गलत काम करके हासिल किया गया बुरा कर्म मरने के बाद भी खत्म नहीं होता और इसका खामियाजा पापी को अगले जन्म में भी भुगतना पड़ता है. 


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हिंदू धर्म में शास्त्र, वेद और पुराण बुरा कर्म करने से बचने के लिए पुण्य कर्म करने की सलाह या प्रेरणा देते हैं. इन पुण्य कर्म को करने से इंसान पाप का भागी नहीं बनता है और मरने के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति करता है. गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पुराण है.


हिंदू धर्म के गरुड़ पुराण में श्री हरि विष्णु पक्षीराज गरुड़ की जिज्ञासा को शांत करते हुए उनके प्रश्नों का उत्तर देते हैं. भगवान विष्णु नें गरुड़ पुराण के माध्यम से कई गूढ़ प्रश्नों के उत्तर और उपदेश दिए हैं. इसके अलावा गरुड़ पुराण में इंसान के पापों और पुण्यों का भी बखान किया गया है. इसके अनुसार हर इंसान को अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ता है फिर चाहें वो अच्छे हों या बुरे. इतना ही नहीं अपने कर्मों का फल इंसान को न सिर्फ इस जन्म बल्कि अगले जन्म में भी भुगतना पड़ता है. मित्रता को लेकर गरुड़ पुराण में कई विशेष बातें बताई गईं हैं. चलिए जानते हैं.


धोखा देने वाले को मिलती है ये योनी
गरुड़ पुराण के मुताबिक आपको दोस्ती ऐसे इंसान से करनी चाहिए जो सच्चे मन से मित्रता निभाए. सच्चा दोस्त वही होता है जोकि आपके सुख-दुख में ढाल बनकर खड़ा रहता है ना कि आपको ठगने की कोशिश करे. अगर कोई दोस्त ऐसा करता है तो उसको इस पाप का भुगतान इस जन्म के साथ-साथ अगले जन्म में भी इसका भुगतान करना पड़ता है. 


गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग अपने दोस्त को धोखा देते हैं या किसी प्रकार से उनका गलत फायदा उठाने का प्रयास करते हैं, ऐसे लोग अगले जन्म में गिद्ध की योनि में पैदा होते हैं जिनका जन्म पहाड़ों पर होता है जो पेट भरने के लिए मरे हुए जानवरों का मांस खाते हैं.  


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)