Magh Purnima 2023 Upay: माघ मास में पड़ने वाली पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से अद्भुत फल की प्राप्ति होती है और मनुष्य को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है. मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देने से कुंडली के सूर्य दोष की समाप्ति ही नहीं होती है, बल्कि सूर्यदेव की कृपा भी प्राप्त होती है. कहते हैं माघ पूर्णिमा का अनंत फल प्राप्त करने के लिए सूर्योदय से डेढ़ घंटा पहले स्नान करना चाहिए. धर्म ग्रंथों में अलग-अलग समय पर स्नान करने के फल भी अलग-अलग बताए गए हैं. 


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तारों की छांव में स्नान करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है, जिसकी तुलना नहीं की जा सकती है, जबकि तारों के छिपने पर मध्यम फल बताया गया है. सूर्योदय के बाद स्नान करने पर सामान्य फल प्राप्त होता है. प्रयागराज, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र, वाराणसी तीर्थ स्थानों पर जाकर गंगा स्नान करना पुण्यदायी होता है. यदि गंगा नदी में स्नान करने का अवसर नहीं मिल पा रहा है तो किसी भी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए. किन्हीं कारणों से यदि आप पवित्र नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो घर पर ही स्नान करने के पहले जल के पात्र (गंगा जल को पहले पात्र में डालना है, उसके उपरान्त पानी भरें) में थोड़ा सा गंगा जल डालकर उसे पवित्र कर लेना चाहिए, फिर हर-हर गंगे बोलते हुए स्नान करना चाहिए. जो लोग गंगा जल से स्नान करते हैं, उनको मानसिक शांति मिलती है और सिर पर पड़ा भार भी कम होता है.


यदि आपकी कुंडली में सूर्य दोष है तो माघ पूर्णिमा के दिन प्रातः काल स्नान कर लाल रोली, शक्कर, अक्षत व गुलाब के फूल की पंखुड़ियों के मिश्रित जल से सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए ऊं सूर्याय देवाय नमो नमः मंत्र का उच्चारण करना चाहिए. ऐसा करने से सूर्य दोष का प्रभाव कम हो जाता है और आपके ऊपर सूर्य देव की कृपा बरसने लगती है. 5 फरवरी रविवार को सूर्य दोष से मुक्ति पाने के लिए इस योग का लाभ उठाना चाहिए. 


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