February 2023 Fast and Festival List: फाल्गुन मास वर्ष का अंतिम मास होता है, यह मास मौज-मस्ती और त्योहारों का माना जाता है. इस मास का प्रारंभ 6 फरवरी सोमवार को होगा और 7 मार्च मंगलवार को पूर्णिमा के साथ मास का अंत होगा. यूं तो इस महीने में कई प्रमुख त्योहार हैं, किंतु इनमें प्रमुख महाशिवरात्रि और होलीकोत्सव हैं. यूं तो शिवरात्रि का पर्व हर महीने आता है, किंतु महाशिवरात्रि का पर्व तो वर्ष में एक बार ही आता है. महाशिवरात्रि का महत्व इसलिए भी अधिक है, क्योंकि यह शिव और शक्ति के मिलन की रात है. आध्यात्मिक दृष्टि से इसे प्रकृति और पुरुष के मिलन का प्रतीक माना गया है. इस दिन शिवभक्त रात्रि भर जागकर अपने आराध्य का पूजन, भजन और संकीर्तन करते हैं. 


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इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी शनिवार को होगा. सच तो यही है कि इस पर्व के संपन्न होते ही हर्ष उल्लास और उमंग के प्रतीक होलिकोत्सव की तैयारियां शुरु हो जाती हैं. होली का पर्व आपसी वैर- भाव भुलाकर समाज में सौहार्द स्थापित करने का प्रतीक है. 6 मार्च सोमवार को होलिका दहन तो 7 मार्च मंगलवार को पूर्णिमा के दिन रंगों की होली होगी. 14 फरवरी मंगलवार को जानकी जयंती का पर्व होगा, माना जाता है कि इसी दिन राजा जनक और रानी सुनयना के यहां माता सीता का जन्म हुआ. राजा जनक की पुत्री होने के नाते उन्हें जानकी भी कहा गया. वैसे इस माह में विजया एकादशी, सोमवती अमावस्या, अविघ्नकर व्रत, सीता अष्टमी और आंवला एकादशी के पर्व भी होते हैं.


व्रत-त्योहार


6 फरवरी, सोमवार- फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष का प्रारंभ


9 फरवरी, गुरुवार - गणेश चतुर्थी


14 फरवरी, मंगलवार- जानकी जयंती


16 फरवरी,गुरुवार - विजया एकादशी


18 फरवरी, शनिवार - महाशिवरात्रि व्रत 


20 फरवरी, सोमवार - स्नान, दान, श्राद्ध आदि की सोमवती अमावस्या


23 फरवरी, गुरुवार - वैनायकी गणेश चतुर्थी, अविघ्नकर व्रत


27 फरवरी, सोमवार - होलाष्टक प्रारंभ, सीता अष्टमी


3 मार्च, शुक्रवार - अमालकी एकादशी, रंगभरी एकादशी


4 मार्च, शनिवार - शनि प्रदोष व्रत, गोविंद द्वादशी


6 मार्च, सोमवार - होलिकादहन


7 मार्च, मंगलवार - पूर्णिमा, रंगों की होली 


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