Mangal Dosh In Kundali: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुखी वैवाहित जीवन के लिए व्यक्ति का मांगलिक दोष से मुक्त होना जरूरी होता है. कई बार जीवनसाथी के साथ अच्छी समझ होने पर भी शादियां टूट जाती हैं या फिर दोनों के बीच लड़ाई-झगड़े रहते हैं. ऐसे में जातक की कुंडली में मांगलिक दोष कारण बनता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में पहले, चौथे और सातवें स्थान पर मंगल का होना मांगलिक दोष उत्पन्न करता है. इस दोष के कारण व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में संघर्ष और गलतफहमी पैदा करती है. इस कारण विवाह में परेशानियां पैदा होती है. 


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शादी से पहले ही करें उपाय 


मंगल दोष को खतरनाक दोषों में गिना जाता है क्योंकि इसके उपाय समय से न किए जाएं, तो ये विवाह में देरी, अशांति और तलाक का कारण बनता है. मांगलिक दोष से पीड़ित लोगों के जीवन में तनाव, दुख और समस्याएं पैदा करते हैं. अगर इसकी समय से पहचान नहीं की जाए, तो बाद में ज्योतिषीय उपाय नहीं किए जा सकते. ऐसे में अपनी शादीशुदा जीवन को बचाए रखने के लिए ज्योतिषीय उपाय जरूरी है. 


ये उपाय हैं कारगर


ज्योतिष शास्त्र में मांगिलक दोष से मुक्त होने के लिए मंगल चंडिका का पाठ किया जाता है. नियमित रूप से दुर्गा की मूर्ति से पहले, कुंभ विवाह (एक पवित्र बर्तन के साथ विवाह), विष्णु विवाह (भगवान विष्णु के साथ विवाह), अश्वथा विवाह (पीपल के साथ विवाह) आदि किए जाते हैं. हर मंगलवार या फिर नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें. 


ऐसा माना जाता है कि हर महीने के शुक्ल पक्ष के मंगलवार को मंगल मंत्र और सिर्फ तूर की दाल खाने से मंगल दोष को दूर किया जा सकता है. मंगल दोष के प्रभावों को दूर करने के लिए नियमित रूप से 108 बार सर्वशक्तिमान और गायत्री मंत्र का जाप करने की सलाह दी जाती है. 


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 


 


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