Somwar ke Upay: देवों के देव महादेव की पूजा करने से जीवन की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं और सुख-शांति भी प्राप्त होती है. भगवान शिव की पूजा करने के लिए सोमवार का दिन सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. कल यानी 6 मई को सोमवार है और इस दिन वैशाख महीने की मासिक शिवरात्रि भी मनाई जाएगी. मासिक शिवरात्रि का महत्व इस कारण और बढ़ जाता है क्योंकि ये सोमवार को पड़ रही है. इस दिन आप भगवान शिव को सरल उपाय कर प्रसन्न कर सकते हैं. 


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करें लिंगाष्टकम स्तोत्र का पाठ
सोमवार के दिन आप भगवान शिव की विशेष कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए लिंगाष्टकम स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति ये पाठ श्रद्धाभाव से करता है भगवान शिव उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं.



यहां पढ़ें लिंगाष्टकम स्तोत्र


ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् ।
जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥
देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम् ।
रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥२॥
सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गं बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् ।
सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥३॥
कनकमहामणिभूषितलिङ्गं फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम् ।
दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥४॥
कुङ्कुमचन्दनलेपितलिङ्गं पङ्कजहारसुशोभितलिङ्गम् ।
सञ्चितपापविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥५॥
देवगणार्चितसेवितलिङ्गं भावैर्भक्तिभिरेव च लिङ्गम् ।
दिनकरकोटिप्रभाकरलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥६॥
अष्टदलोपरिवेष्टितलिङ्गं सर्वसमुद्भवकारणलिङ्गम् ।
अष्टदरिद्रविनाशितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥७॥
सुरगुरुसुरवरपूजितलिङ्गं सुरवनपुष्पसदार्चितलिङ्गम् ।
परात्परं परमात्मकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥८॥
लिङ्गाष्टकमिदं पुण्यं यः पठेत् शिवसन्निधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥


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लिंगाष्टकम स्तोत्र पाठ करने के फायदे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति लिंगाष्टकम स्तोत्र का पाठ विधि विधान से करता है उससे भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और जीवन के संकटों से छुटकारा दिलाते हैं. इसके अलावा धन-वैभव की भी प्राप्ति होती है. 


- इसके अलावा अगर आपके घर में अधिकतर लड़ाई-झगड़े क्लेश होते रहते हैं तो इसका पाठ करना आपके लिए लाभदायक होगा. इस स्तोत्र का पाठ करने से सुख-शांति बनी रहती है.



मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी तिथि की शुरुआत 6 मई को दोपहर 2 बजकर 40 मिनट पर होगी. वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 7 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर होगा. इसके चलते वैशाख महीने में मासिक शिवरात्रि का व्रत 6 मई को मनाई जाएगी.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)