नई दिल्ली: मरने के बाद लोगों का पिंडदान (pind daan) किया जाता है. लेकिन, अब लोग जीते-जी अपना पिंडदान करने लगे हैं. और ये इसलिए किया जा रहा है क्योंकि शायद उन्हें लगता है कि उनके बच्चों के पास उनके मरने के बाद पिंडदान कराने का वक्त भी न हो. हम अपने व्यस्त शेड्यूल (busy schedule) में से शादी-पार्टियों में जाने का वक्त तो निकाल लेते हैं लेकिन अपने पितरों के पिंडदान के लिए हमारे पास बिजी होने के लिए कई बहाने तैयार रहते हैं. इसी वजह से अब ये नौबत आ चुकी है कि पिंडदान भी ऑनलाइन (Online) होने लगे हैं. यह सिर्फ दिखाने के लिए नहीं है. बल्कि लोग बड़ी संख्या पिंडदान का यह रास्ता अपना रहे हैं.


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ऑनलाइन पूजा (Online Puja), ऑनलाइन दर्शन, ऑनलाइन आरती के बाद अब यह नया ऑनलाइन धंधा और दो कदम आगे है. बस एक फॉर्म भरिए, पैसे दीजिए और हो गया आपका पिंडदान. श्राद्ध (shradh) का महीना शुरू हो चुका है और ऑनलाइन पिंडदान का ये धंधा भी पूरे जोरों पर है. इसी धंधे में लगे हालिडे वॉयज के प्रशांत वर्मा ने जी मीडिया को बताया, "हमारे पास काफी बुकिंग (booking) आती हैं. लोग जीतेजी हमें पैसे दे जाते हैं और कहते हैं कि हमारे मरने पर पिंडदान (pind daan) करा देना. बच्चों को लेकर कॉनफिडेंट नहीं हैं."



जी हां, श्राद्ध (shradh) में अगर अपने पित्रों का पिंडदान करने आप मोक्ष नगरी गया नहीं जा पा रहे हैं तो घर बैठे ही अपने पितरों का पिंडदान (pind daan) कर सकते हैं. बिहार टूरिज्म (Bihar Tourism) द्वारा ऐसे व्यस्त लोगों के लिए खास पैकेज निकाला गया है. जिसमें आप ना सिर्फ घर बैठे अपने पितरों का पिंडदान करवा सकेंगे बल्कि उनके पिंडदान की पूरी प्रक्रिया का वीडियो भी देख पाएंगे. लेकिन, इसके लिए आपको 20000 रुपए तक खर्च करने होंगे. जिसमें पिंडदान और पुजारी की फीस मिलाकर 19000 और GST के 950 रुपए अलग. इस पैकेज में वीडियोग्राफी (videograhy) की फीस भी शामिल है.


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बिहार टूरिज्म (Bihar Tourism) के पैकेज अगर आपको ज्यादा महंगे लग रहे हैं और पिंडदान (pind daan) पर आप इतना पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं तो इससे सस्ते में भी काम करा सकते हैं. इंटरनेट (Internet) पर कई और कंपनियां ऑनलाइन पिंडदान (online pind daan) के अलग-अलग पैकेज दे रही हैं. जिसकी शुरुआत 2000 रुपयों से हो जाती है. ऑनलाइन पिंडदान करने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होता है जिसमें आपकी और आपके पितरों की पूरी जानकारी ली जाती है. जिसके बाद आपको ऑनलाइन पेमेंट करनी होती है. पेमेंट करने के लिए वेबसाइट (website) पर ही बैंक ऑफ इंडिया (Bank Of India) का अकाउंट नंबर (account number) दिया गया है. पेमेंट (payment) करते ही आपकी बुकिंग हो जाएगी. बुकिंग (booking) के बाद सही दिन और समय तय कर पूजा-पाठ किया जाता है.



इस माहौल में यह सवाल खड़ा होना लाजमी है कि श्राद्ध में अपने पितरों का पिंडदान करते-करते क्या हम अपनी भावनाओं और आस्था का भी पिंडदान कर चुके हैं?