Premanand Ji Maharaj Pravachan: वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज का एक और वीडियो लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है. जिसमें उन्होंने यह ज्ञान दिया है कि मानव देह प्राप्ति का असल उद्देश्य क्या है! दरअसल प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग के दौरान एक व्यक्ति ने उनसे यह सवाल किया कि जब किसी को गलत बोल देता हूं तो मन में बहुत जलन होती है, ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए! आइए विस्तार में प्रेमानंद जी महाराज के इस जवाब से सवाल के जवाब को जानें.


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मानव देह की प्राप्ति का उद्देश्य


प्रेमानंद जी महाराज से पूछे गए सवाल कि जब किसी व्यक्ति को गलत यानि कि कटु वचन बोल देता हूं तो मन में जलन होने लगती है. ऐसे में मानव देह का उद्देश्य क्या होना चाहिए. उस परिस्थिति में क्या करना चाहिए! इस पर प्रेमानंद महाराज का कहना है कि मानव देह की प्राप्ति का उद्देश्य होता है. हमें कभी भी सामने वाले के कटु वचन को सुन लेना और सहन कर लेना है पर बदले में मुंह से कटु वचन बोलना नहीं है.


 



 


हर इंसान में छुपा है भगवान


दरअसल कटु वचन ना बोलने के पीछे प्रेमानंद जी महाराज का समझाने का उद्देश्य यह है कि हर इंसान में भगवान छुपा हुआ है. इसलिए किसी को गलत ना बोले साथ ही भगवान का नाम का जाप करते रहे, इससे व्यक्ति को आत्मबल की प्राप्ति होगी. किसी भी चीज को जानना कि गलत है वह ज्ञान कहलाता है साथ ही उसे ना करना भी ज्ञान ही कहलाएगा. यदि व्यक्ति के अंदर बल नहीं होगा तो वह गलत चीजों को कर देगा. यह सब अध्यात्म बल की कमी की वजह से व्यक्ति से होता है.


किसी भी प्रिय नाम का करें जाप


भगवत ज्ञान की प्राप्ति करनी है तो अपने प्रिय भगवान के नाम का जाप करते रहे. एक बार ऐसा समय आयेगा कि भगवत ज्ञान की प्राप्ति हो जाएगी. जैसे कि दो लकड़ी को बार बार रगड़ने से आग की लपट निकल जाती है ठीक वैसे ही प्रभु के नाम का लगातार जाप करने से भगवत ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है. यह चीज गहस्थ जीवन में भी संभव है. यदि कोई व्यक्ति अपने मन से गलत भावना निकाल कर किसी से बात करेगा तो उसे जरूर भगवात ज्ञान की प्राप्ति हो जाएगी.