Ayodhya Ram Temple: रामनवमी के बाद अयोध्या के राम मंदिर में कुछ और नए बदलाव किए जा रहे हैं. दरअसल मंदिर में अभी तक एक ही फ्लोर तैयार किया गया है जबकि वहां दूसरा फ्लोर तैयार करना बाकी ही है. बता दें कि जब मंदिर का उद्घाटन किया गया तो पहले फ्लोर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा किया गया था.
 
अब तक पहले फ्लोर का काम चल रहा है तो वहीं दूसरे फ्लोर को भी तैयार कर लिया गया है. वहीं मंदिर के परिसर के चारों ओर 14 फीट चौड़ी सुरक्षा की दीवार भी बनाई जाएगी. इसे मंदिर का परकोटा कहा जाता है. इतना ही नहीं परिसर में 6 और मंदिर बनाने की प्लानिंग चल रही है.


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6 मंदिरों का विवरण


जानकारी के अनुसार राम मंदिर परिसर में 6 और मंदिर बनाए जाएंगे. जिनका विवरण कुछ इस प्रकार है. एक कोने में भगवान शिव, दूसरे कोने में मां भगवती, मंदिर के एक किनारे मां पार्वती और दूसरे कोने में सूर्य भगवान का मंदिर बनाया जाएगा. इतना ही नहीं राम लला के दो भुजाओं के एक तरफ भगवान हनुमान और दूसरी ओर मां अन्नापूर्णा के मंदिरों को तैयार किया जाएगा.
 
मंदिर परिसर में इनकी भी होगी मूर्ति विराजमान


मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मिकी, महिर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषाद राज, माता शबरी, माता अहिल्या और जटायु के मंदिर को भी तैयार किया जाएगा.


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रामलला मंदिर में मिलेंगी ये सुविधाएं


जानकारी के अनुसार मंदिर के परिसर को पूरी तरह से छायादार बनाया जाएगा. वहीं मंदिर में एक साथ 25,000 भक्त एक साथ अंदर रह सकेंगे. इतना ही नहीं मंदिर में तीर्थयात्रियों के सामान को भी रखने की सुविधा दी जाएगी. 
 
प्रदूषण का भी रखा गया है ध्यान


मंदिर परिसर में 600 पौधे लगाए गए हैं ताकि प्रदूषण ना हो. पौधों के लिए वाटर ट्रिटमेंट प्लांट और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की भी सूविधा है.
 
हर दिन रामलला के 1 लाख भक्त करते हैं दर्शन


बता दें कि अब तक रामलला मंदिर के उद्घाटन के बाद से 1,5 करोड़ लोग रामलला के दर्शन कर चुके हैं. मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए केवल देश ही नहीं विदेशों से भी लोग पहुंच रहे हैं. हर दिन मानें तो 1 लाख श्रद्धालु यहां दर्शन करने के लिए आते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)