नई दिल्ली. शनिदेव (Shani Dev) को न्याय प्रिय ग्रह कहा जाता है. शनिदेव हमेशा इंसान को उसके कर्मों के हिसाब से अच्छा या बुरा फल देते हैं. शनिदेव की कृपा दृष्टि जिस जातक पर पड़ती है, उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. वहीं अगर किसी जातक पर उनकी नजर टेढ़ी हो जाती है तो समझो मुसीबतों का आना तय है. शनिदेव शुभ और अशुभ, दोनों फल प्रदान करते हैं. लेकिन जब किसी जातक पर शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या चलती है तो अशुभ फल की प्राप्ति होती है.


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शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या का फल


हर जातक को जीवन में शनि की साढ़ेसाती (Shani Ki Sade Sati) और शनि की ढैय्या का सामना करना पड़ता है. जब कोई जातक गलत काम करता है तो उसपर शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या शुरू हो जाती है. इसके बाद जातक को धनहानि, अपमान, विवाद, रोग, व्यापार में हानि, नौकरी छूट जाना, घर से दूर कर देना आदि समस्याएं झेलनी पड़ती हैं.


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इन राशियों पर चली रही है शनि की ढैय्या


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस समय मिथुन और तुला राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही है.


इन राशियों पर चल रही है शनि की साढ़ेसाती


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है.


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जानें, साल 2021 में शनि की स्थिति


साल 2021 में शनि की स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा. नए साल में शनि का गोचर नहीं होगा. शनिदेव अगले ढाई सालों तक मकर राशि में बने रहेंगे. फिलहाल शनि के साथ गुरु बृहस्पति भी विराजमान हैं.


शनिदेव को मनाने के उपाय


शनिदेव के क्रोध से बचने के लिए हर शनिवार को पीपल के पेड़ पर दीपक जलाएं. साथ ही शनि चालीसा का पाठ करें और हर शनिवार और मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ें. ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. इसके अलावा किसी गरीब को कभी मत सताएं और उन्हें खाना और कपड़े दान करें.


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