Shani Oil Connection: ज्योतिष में शनि को न्यायकर्ता यानी न्याय का देवता कहा गया है. ग्रहों में सबसे क्रूर माने जाने वाले शनि देव की टेढ़ी नजर जब किसी पर पड़ती है तो उसका जीवन दुख के जंजाल में फंस जाता है. शनि की साढ़ेसाती और महादशा किसी भी इंसान का जीवन तबाह कर सकता है. यही वजह है कि लोग शनि देव को प्रसन्न करने के लिए तमाम उपाय करते हैं. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें शनिवार के दिन सरसों का तेल चढ़ाया जाता है. लेकिन, क्या आपको पता है कि आखिर शनि देव को तेल चढ़ाने के पीछे क्या रहस्य है और उनकी दृष्टि क्यों टेढ़ी हो गई. चलिए, इस बार में जानते हैं.  


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इस वजह से चढ़ाते हैं शनि देव को तेल


एक बार सूर्य देव का आदेश पाकर हनुमान जी शनि देव को समझाने निकल पड़े. हनुमान जी के बहुत कहने पर भी शनि देव नहीं माने और दोनों के बीच युद्ध छिड़ गया. कहते हैं कि उस युद्ध में हनुमान जी ने शनि देव को हरा दिया. हनुमान जी की गदा के प्रहार से शनि देव बुरी तरह चोटिल हो गए. चोट के दर्द को कम करने के लिए हनुमान जी ने शनि देव को तेल दिया. तब शनि देव ने हनुमान जी को वचन दिया कि वे उस इंसान को कष्ट नहीं देंगे जो उन्हें तेल चढ़ाएगा. कहा जाता है कि तभी से शनि देव को तेल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है जिसका निर्वाह लोग आज भी कर रहे हैं.


शनि की दृष्टि क्यों हो गई टेढ़ी


इस संबंध में ऐसी कथा आती है कि शनि देव की पत्नि बहुत तेजस्विनी थीं. एक बार वह पुत्र प्राप्ति की कामना लेकर शनि देव के पास पहुंचीं. तब शनि देव भगवान विष्णु का ध्यान कर रहे थे. उनकी पत्नी इंतजार करके थक गईं. जिसके बाद उन्होंने क्रोध में आकर शनि देव को श्राप दे दिया. श्राप देते हुए शनि देव की पत्नी ने उन्हें कहा कि उनकी नजर जिस पर भी पड़ेगी वो नष्ट हो जाएगा. यहीं वजह है कि शनि की टेढ़ नजर से बचने की सलाह दी जाती है.