Surya Grahan 2024: महाभारत युद्ध का है सूर्य ग्रहण से गहरा कनेक्शन, पढ़ें इससे जुड़ी रोचक कथा
Surya Grahan in Mahabharat: आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. भारतीय समय के अनुसार आज यानी 8 अप्रैल को रात 9 बजकर 12 मिनट पर सूर्य ग्रहण लगेगा और देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट होगी.
Surya Grahan 2024: आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. भारतीय समय के अनुसार आज यानी 8 अप्रैल को रात 9 बजकर 12 मिनट पर सूर्य ग्रहण लगेगा और देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट होगी. ज्योतिष और धार्मिक रूप से ग्रहण काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इस कारण से इसका कोई भी नियम भारत में लागू नहीं होगा.
नकारात्मक ऊर्जाएं
धार्मिक रूप से ग्रहण काल को काफी अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस समय नकारात्मक ऊर्जा फैलती है. इस कारण से इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है. इस काल में ज्यादा से ज्यादा नाम जप और देवी-देवताओं की उपासना कर सकते हैं.
महाभारत से संबंध
अर्जुन ने ऐसे किया जयद्रथ का वध
सूर्य ग्रहण का संबंध महाभारत के युद्ध से भी है. महाभारत युद्ध के दौरान भी ग्रहण काफी अहम था. दरअसल अर्जुन अपने पुत्र अभिमन्यु की हत्या का बदला लेना चाहते थे. इस कारण से उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी कि वो सूर्यास्त होने से पहले जयद्रथ का वध कर देंगे. वहीं, अगर सूर्यास्त से पहले नहीं मार पाए तो खुद अग्निसमाधि ले लेंगे. जैसे ही युद्ध शुरू हुआ तो अर्जुन जयद्रथ को ढूंढने लगे. जयद्रथ को बचाने के लिए कौरवों ने सुरक्षा का घेरा बना लिया. श्री कृष्ण को पता था की सूर्य ग्रहण लगने वाला है. ग्रहण जैसे ही लगा तब अंधेरा छा गया और जयद्रथ को लगा की सूर्योस्त हो गया. सूर्यास्त समझते ही जयद्रथ अर्जुन के सामने आ गया और कहने लगा कि अब अग्निसमाधि लो. इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने ग्रहण को समाप्त किया तो वापस से उजाला हो गया और फिर अर्जुन ने जयद्रथ का वध कर दिया.
यह भी पढ़ें: Sun Transit 2024: मेष राशि में सूर्य करेंगे एंट्री, धन-धान्य से भरेगी इन 3 राशियों के लोगों की तिजोरी
श्री कृष्ण से संबंध
सूर्य ग्रहण का संबंध भगवान श्री कृष्ण से भी रहा है. शास्त्रों के मुताबिक जब श्री कृष्ण की नगर डूबी थी तब भी सूर्य ग्रहण लगा हुआ था. वहीं , जब द्वारका नगरी दोबारा बसाई गई थी तब भी सूर्य ग्रहण लगा हुआ था.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)