Grahan 2025 Dates: सूर्य और चंद्र ग्रहण का हमारे जीवन पर गहरा असर पड़ता है. इस साल के सारे ग्रहण खत्म हो चुके हैं. अगले साल की बात करें तो 4 बार ग्रहण देखने को मिलेंगे. आइए उन ग्रहणों की तिथि और समय के बारे में जान लेते हैं.
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Surya Chandra Grahan 2025 Dates: सनातन धर्म में ग्रहणों का बहुत महत्व माना गया है. जब भी सूर्य या चंद्र ग्रहण लगता है तो उस दिन सभी सभी मांगलिक कार्य किए जाने वर्जित हो जाते हैं. उन ग्रहणों का असर जीवन के तमाम क्षेत्रों पर पड़ता है. 4 हफ्ते बाद नव वर्ष 2025 शुरू हो जाएगा. इसके साथ ही नए साल में त्योहार, व्रत, पर्वों का सिलसिला शुरू हो जाएगा. नए साल में कुल 4 ग्रहण देखने को मिलेंगे. इसमें 2 चंद्र ग्रहण और 2 सूर्य ग्रहण होंगे. आइए जानते हैं कि अगले साल ग्रहण कब-कब लगेंगे और उसका राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
नए साल में पहला चंद्र ग्रहण कब होगा?
ज्योतिष के विद्वानों के अनुसार, नए साल में सबसे पहले चंद्र ग्रहण लगेगा. उस दिन फाल्गुन पूर्णिमा यानी 14 मार्च होगा. इस ग्रहण की शुरुआत सुबह 9.29 बजे से होगी और समापन शाम 3.29 बजे हो जाएगा. यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, एशिया के कुछ हिस्सों, अफ्रीका, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में देखा जा सकेगा. भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा. लिहाजा यहां पर सूतक काल भी नहीं लगेगा.
नव वर्ष 2025 के दूसरे चंद्र ग्रहण की तिथि
नए साल का दूसरा दूसरा चंद्र ग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा यानी 7 सितंबर को लगेगा. इसकी शुरुआत रात 9.58 बजे से हो जाएगी और समापन देर रात 1.26 बजे हो जाएगा. इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट 2 सेकण्ड की होगी. यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा. लिहाजा यहां पर सूतक काल लग जाएगा.
इस दिन लगेगा वर्ष 2025 का पहला सूर्य ग्रहण
नए साल में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा. इसका प्रारंभ दोपहर 2.20 बजे से होगा और समापन शाम 6.13 बजे हो जाएगा. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा. लिहाजा यहां पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. हालांकि एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के कई हिस्सों में यह ग्रहण नजर आएगा.
नए साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2025
अगले साल यानी वर्ष 2025 का दूसरा व अंतिम सूर्य ग्रहण अश्विन अमावस्या यानी 21 सितंबर को होगा. यह ग्रहण रात 10.59 बजे शुरू हो जाएगा और 22 सितंबर को तड़के 3.23 बजे खत्म हो जाएगा. यह भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा. ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर के क्षेत्रों में यह ग्रहण दिखाई देगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)