Sawan Somvati Amavasya: हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत महत्व है. सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. सावन सोमवार की अमावस्या इस बार 17 जुलाई को है. कहते हैं इस दिन स्नान-दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. समवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और गौरी की पूजा से सौभाग्य, लंबी आयु के साथ आरोग्य की प्राप्ति होता है. इस दिन पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर मोक्ष मिल जाता है. इस दिन पितरों का तर्पण कर पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है. इसके साथ ही इस दिन कुछ उपाय करके कालसर्प दोष समेत की परेशानियों से छुटकारा मिलता है.


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सोमवती अमावस्या के दिन करें ये उपाय 


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन पीपल की जड़ में जल अर्पित करें. इसके बाद पांच तरह की मिठाई का भोग लगाएं. अब विष्णु जी का ध्यान करते हुए पूजा करें और दीपक जलाएं. इसके बाद ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र  का जाप करते हुए कम से कम 21 परिक्रमा लगाएं. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी.


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए और पितृस्तोत्र पढ़ना चाहिए. इससे भी पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.


- ज्योतिष शास्त्र अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन कंडे की धूनी दक्षिण दिशा में जलाने से भी पितृ दोष से छुटकारा मिलता है. 


- बता दें कि सोमवती अमावस्या के दिन खीर में केसर डालकर पितरों की पूजा करने से और अपनी गलतियों की पितरों से माफी मांगने से भी पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष है उसे भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. भगवान शिव की पूजा के साथ रुद्राभिषेक करना चाहिए. इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और साथ ही कालसर्प दोष का अशुभ प्रभाव भी कम हो जाता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)