Hanuman Ashtak Benefits: हनुमान जी को संकट मोचन के नाम से भी जाना जाता है. सच्चे मन और पूरी श्रद्धा से भगवान हनुमान की भक्ति करने पर बजरंगबली भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं. कलयुग में हनुमान जी ही हैं, जो धरती पर मौजूद हैं. और सच्चे मन से पूजा करने पर भक्तों के सभी संकट दूर कर देते हैं. शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी भगवान शिव के ही अंश हैं. 


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मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने के लाभ के बारे में तो हम सभी जानते हैं. लेकिन क्या आप हनुमान अष्टक के पाठ के बारे में जानते हैं. इन्हें कब करना चाहिए और कौन से लोग कर सकते हैं. नियमित रूप से मंगलवार के दिन हनुमान अष्टक का पाठ करने से व्यक्ति भय मुक्त होता है और शत्रु पर विजय प्राप्त होती है. आइए जानते हैं हनुमान अष्टक के बारे में कुछ जरूरी बातें. 


हनुमान अष्टक के लाभ 


शास्त्रों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति शत्रु से या फिर किसी अन्य भय से विचलित है तो मंगलवार के दिन नियमित रूप से हनुमान अष्टक का पाठ करें. हनुमान अष्टक का पाठ बहुत लाभकारी होना चाहिए. हनुमान अष्टक के पाठ को लेकर मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान अष्टक का पाठ करता है, तो उसे सभी प्रकार के शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. ग्रंथों के अनुसार हनुमान अष्टक के पाठ को लेकर कोई विशेष नियम नहीं है. इस पाठ को कभी भी और कहीं भी किया जा सकता है. 


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हनुमान अष्टक पाठ के नियम


बता दें कि शास्त्रों के अनुसार इस पाठ को करने के कोई खास नियम नहीं है. लेकिन अगर आप पाठ करने की सोच रहे हैं, तो पाठ करने वाले स्थान पर हनुमान जी की तस्वीर के साथ भगवान श्री राम की तस्वीर भी लगाएं. इसके बाद तस्वीरों के सामने घी का दीपक जलाएं. एक तांबे के लोटे या गिलास में जल भर कर रख लें. फिर पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ हनुमान जी का ध्यान करें और पाठ करें. 


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ज्योतिषीयों के अनुसार हनुमान जी की पूजा करते समय जल के साथ तुलसी के पत्ते भी अर्पित किए जा सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि पाठ पूरा होने के बाद इन तुलसी के पत्तों का सेवन करने से व्यक्ति को शारीरिक कष्टों और मानसिक कष्टों से छुटकारा मिलता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)