Puja Path: जब किसी का कर्म और भाग्य साथ देता है तो वह तेजी से तरक्की करता है. इस तरक्की से उसे और उसके शुभचिंतकों को तो बेहद प्रसन्नता होती है किंतु इसका एक साइड इफेक्ट भी है कि ऐसे लोगों के दुश्मन भी बढ़ने लगते हैं. उसकी उपलब्धि पर दूसरे ईर्ष्या करने लगते हैं. इस बारे में एक कहावत भी है कि जब जीवन में शत्रु बढ़ने लगे तो समझना चाहिए कि तरक्की के द्वार खुल चुके हैं और आप आगे बढ़ते जाएं लेकिन जब इन्हीं विरोधियों की संख्या बहुत अधिक बढ़ जाती है तो वह टांग खींचने, मार्ग में रोढ़े लगाने, फीडबैक खराब करने जैसी समस्याएं क्रिएट करने लगते हैं. शत्रु और विरोधी कभी कभी इतनी परेशानी खड़ी कर देते हैं कि तरक्की में बाधाएं आने लगती हैं.  दुश्मनों से निजात, संकट का हरने और विघ्न को दूर करने के लिए करें इन देवताओं की आराधना जिससे आपके कार्य निर्विघ्न पूरे हो सके.


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विघ्न हरेंगे विघ्नहर्ता


जीवन में यदि एक बाद एक कोई न कोई समस्या बनी रहती है, मंगल कार्य अमंगल में परिवर्तित हो जाते हैं, कार्यों की शुरुआत तो अच्छी होती है लेकिन उनका परिणाम संतोषजनक नहीं मिलता है. तो इन सभी समस्‍याओं से मुक्ति पाने के लिए नित्य गणेश जी की आराधना करनी चाहिए. गणपति आराधना उन सभी कष्टों और विघ्न को दूर करने में आपकी मदद करेगी, जिनका आपको पहले से आभास हो. बुधवार के दिन गणेश चालीसा जरूर पढ़ें और उन्हें दूर्वा चढ़ाना तो कतई न भूले.


शत्रु होंगे शांत


शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति देवी देवताओं की आराधना करने लगता है. सबसे पहले जिसकी पूजा करने से शत्रु और विरोधी शांत होते हैं वो हैं भगवान शिव. शिव जी की उपासना तो सभी करते हैं किंतु फल कुछ लोगों को ही मिल पाता है जिसका कारण है उपासना का विधि विधान. रोज सुबह जागने के बाद शिव मंदिर में शिवलिंग पर एक लोटा जल पतली धार बना कर अर्पित करें और साथ में बेलपत्र भी अर्पित करें. इसके बाद घी का दीपक जलाएं और शिव जी का जाप कर शत्रुओं और विरोधियों को शांत करने की प्रार्थना करें. इस प्रयोग को किसी भी सोमवार को शुरू करने के बाद लगातार 21 दिनों तक करते रहें. यदि 21 दिनों के प्रयोग में अपेक्षित लाभ न मिले तो अगले 21 दिनों के लिए फिर से प्रयोग करें किंतु शुरुआत हमेशा सोमवार से ही करें. 


हर संकट दूर कर देते हैं संकटमोचक


शत्रुओं पर विजय पाने के लिए हनुमान जी की उपासना भी कर सकते हैं. कलयुग में हनुमान जी जाग्रत देवता माने जाते हैं. उनके बारे में कहा भी गया है - 'संकट कटै मिटै सब पीरा'. हनुमान जी की आराधना से आपके ऐसे शत्रु भी शांत हो सकते हैं जो आपको झूठे मुकदमे में फंसाना चाहते हैं या फिर आपकी शिकायत कर आप पर मिथ्या आरोप लगाते हों.