Naye Saal ka Upay: 31 दिसंबर की रात को कर लें ये छोटा सा उपाय, साल भर दौलत से भरी रहेगी आपकी तिजोरी; जॉब में पाएंगे प्रमोशन
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Naye Saal ka Upay: 31 दिसंबर की रात को कर लें ये छोटा सा उपाय, साल भर दौलत से भरी रहेगी आपकी तिजोरी; जॉब में पाएंगे प्रमोशन

31 December Night Upay: अगर आप चाहते हैं कि वर्ष 2025 आपके लिए भाग्यशाली सिद्ध हो और आपकी तिजोरी सालभर दौलत से भरी रहे तो आप 31 दिसंबर की रात एक छोटा सा उपाय कर लें. यह उपाय आपकी जिंदगी को बदल देने वाला साबित हो सकता है. 

 

 Naye Saal ka Upay: 31 दिसंबर की रात को कर लें ये छोटा सा उपाय, साल भर दौलत से भरी रहेगी आपकी तिजोरी; जॉब में पाएंगे प्रमोशन

31 December Night Upay in Hindi: नववर्ष 2025 के स्वागत के लिए दुनियाभर में तैयारी चल रही है. हर किसी की कीमना है कि नया साल उनके लिए बहुत सारी खुशियां लेकर आए और उन्हें जीवन में कोई कष्ट न हो. नए साल को शुभ बनाने के लिए कोई इस दिन धार्मिक स्थलों के दर्शन करने जाता है तो कोई पूजा-पाठ करता है. आज हम आपको वह बड़ा ज्योतिष उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे अगर आपने कर लिया तो मां लक्ष्मी स्वयं नए साल में खुद चलकर आपके घर आने को विवश हो जाएंगे और आपके धन भंडार अपने आप भरते चले जाएंगे. आइए जानते हैं कि वह उपाय कौन सा है. 

31 दिसंबर की रात का उपाय

ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार, अगर आप चाहते हैं कि अगले पूरे वर्ष आपके घर पर धन की वर्षा होती रहे तो आप 31 दिसंबर की मध्य रात्रि को विधि-विधान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करना अति शुभ रहेगा. धार्मिक विद्वान कहते हैं कि 31 दिसंबर की रात 11.30 बजे से पूजा शुरू कर रात 12.30 बजे तक जाी रहनी चाहिए. पूजा के दौरान मां लक्ष्मी समेत अपने-अपने इष्ट देवी-देवताओं समेत पितरों का भी आह्वान करना चाहिए कि वे आपके परिवार को आशीर्वाद दें और अपनी कृपा बरसाते रहें. पूजा के बाद भोग चढ़ाना और मंत्र जाप करना न भूलें. 

महालक्ष्मी की करें आराधना

सनातन धर्म के मर्मज्ञों के अनुसार, 31 दिसंबर की रात को अष्ट लक्ष्मी के बजाय महालक्ष्मी देवी की स्तुति और आराधना करना शुभ रहता है. इसकी वजह ये है कि शास्त्रों में आठ प्रकार की मां लक्ष्मी (अष्ट लक्ष्मी) को अलग-अलग प्रकार के विभाग दिए गए हैं. जो जातकों को मान-सम्मान, प्रतिष्ठा, पद, धन, सेहत समेत अलग-अलग सुविधाएं और मनोकामना पूर्ण करने के आशीर्वाद देती हैं. लेकिन अगर आपको ये सारी मनोकामनाएं पूर्ण करनी हैं तो अष्टलक्ष्मी यानी मां लक्ष्मी के अलग-अलग अंशों की पूजा करने के बजाय महालक्ष्मी की स्तुति करनी चाहिए.

भूलकर भी न कर दें ये गलती वरना... 

धार्मिक विद्वानों कहते हैं कि जब आप महालक्ष्मी की पूजा-आराधना कर रहे हों तो भगवान विष्णु को हर्गिज न भूलें. सबसे पहले दुनिया के संचालक श्री हरि की आराधना करें. इसके बाद महालक्ष्मी की स्तुति करें. चूंकि श्री हरि मां महालक्ष्मी के पति हैं. ऐसे में स्वयं को नजरअंदाज किए जाने पर वे रूठ जाते हैं और मां लक्ष्मी को भी जाने से रोक देते हैं. मां लक्ष्मी स्वयं भी ऐसे घर नहीं जातीं, जहां भगवान विष्णु का सम्मान न होता हो. लिहाजा 31 दिसंबर की आधी रात को दोनों की एक साथ पूजा-आराधना करके उनसे आशीर्वाद मांगे. कहते हैं कि इस उपाय से जातक को बहुत फायदा होता है और उसका घर धन-भंडार से भरा रहता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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