Artemis 1 Mission Plan: नासा के सबसे अहम प्रोजेक्ट्स में से एक Artemis 1 Mission को स्पेस में गए 14 दिन का वक्त हो चुका है. इस दौरान नासा का स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी से करीब 4,35,000 किलोमीटर दूर तक गया. इस स्पेसक्राफ्ट की यह अब तक की सबसे लंबी दूरी थी. अब यह धरती पर वापस आने को तैयार है. स्पेस में रहते हुए इस स्पेसक्राफ्ट ने चांद के बारे काफी जानकारियां इकट्ठा की हैं. ओरियन स्पेसक्राफ्ट ने कई शानदार तस्वीरें कैप्चर कर नासा को भेजी हैं. ओरियन स्पेसक्राफ्ट की यात्रा आने वाले 11 दिसंबर को खत्म हो जाएगी यानी की वह धरती पर वापस लौट आएगा. आपको बता दें कि ओरियन स्पेसक्राफ्ट एक मानवरहित स्पेसक्राफ्ट है और यह करीब 3038 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से धरती पर लौट रहा है.


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इस जगह पर करेगा लैंड


तेजी से धरती की ओर आ रहे इस स्पेसक्राफ्ट की लैंडिग प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया के समुद्री तट के किनारे होगी. इस स्पेसक्राफ्ट की सफल लैंडिग के बाद नासा 2 और मिशन की तैयारी में है. आर्टेमिस के जरिए नासा चांद पर इंसानों को बसाने के सपने देख रहा है. इसके अलावा वह चांद पर एक रिर्सच क्रू को भी भेजना चाहता है. आर्टेमिस एक आगे के मिशन का रास्ता तैयार करेगा. इस मिशन से वैज्ञानिक स्पेसक्राफ्ट की क्षमता का पता लगाना चाहते हैं.



क्या है नासा का मिशन मून


नासा आर्टेमिस मिशन के जरिए इंसानों को चांद पर बसाने की प्लानिंग में है. इसके लिए सबसे जरूरी है कि इस साल स्पेस में भेजा गया ओरियन स्पेसक्राफ्ट धरती पर कुशलतापूर्वक लैंड करे. इसकी सफलता के बाद साल 2024 में आर्टेमिस 2 मिशन को लॉन्च किया जाएगा. उसकी टेस्टिंग पूरी होने के बाद आर्टेमिस 3 मिशन को कुछ एस्ट्रोनॉट्स के साथ भेजा जाएगा. आर्टेमिस 3 मिशन की लैंडिग के लिए चांद के साउथ पोल को चुना गया है.


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