धरती में काफी नीचे कुछ बहुत अजीब हो रहा, वैज्ञानिकों ने खोजा तो खुला डायनासोरों के जमाने का रहस्य
Science News: प्रशांत महासागर के नीचे, दुनिया की सबसे तेजी से फैलने वाली महासागरीय रिज का निर्माण हो रहा है. वैज्ञानिकों ने इसके पीछे की वजह पता लगा ली है.
East Pacific Rise: वैज्ञानिकों ने प्रशांत महासागर के नीचे धरती के एक विचित्र टुकड़े का पता लगाया है. यह टुकड़ा हमें बता सकता है कि क्यों इस इलाके में दुनिया की सबसे तेजी से फैलने वाली महासागरीय रिज बन रही है. इस रिज को 'ईस्ट पैसिफिक राइज' के नाम से जाना जाता है. सीस्मिक डेटा की मदद से, मेरीलैंड यूनिवर्सिटी के जियोलॉजिस्ट्स ने पृथ्वी के भीतर गहराई में दबे प्राचीन समुद्री स्लैब खोज निकाले हैं. रिसर्चर्स के अनुसार, डायनासोरों के समय के ये स्लैब रिज के फैलाव को बढ़ा रहे हैं.
मैप बनाते हुए मिला अजीब सा गोला
सीस्मिक मैप बनाने के लिए वांग और उनकी टीम ने जमीन के अंदर ध्वनि तरंगों को भेजा. उन्होंने नाजका प्लेट के नीचे, हैरान करने वाली धीमी गति से घूमते हुए मेंटल के एक अजीब से गोले की पहचान की, जो दक्षिण अमेरिका की महाद्वीपीय प्लेट की सीमा पर है. पृथ्वी का अधिकांश भाग गर्म सिलिकेट चट्टानों से बना है जो ठंडी, पतली बाहरी परत और झुलसाने वाले गर्म कोर के बीच में स्थित हैं. इसे मेंटल कहा जाता है.
खनिजों की यह आंशिक रूप से पिघली हुई परत ऊपर और नीचे के अत्यधिक तापमान अंतर के कारण लाखों सालों के चक्रों में बहती है. सघन, ठंडा पदार्थ सबडक्शन नामक प्रक्रिया में गर्म आंतरिक भाग में खींचा जाता है.
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नाजका प्लेट वर्तमान में दक्षिण अमेरिका के नीचे धंस रही है, जैसा आप नीचे के फोटो में देख सकते हैं. लेकिन प्लेट के पश्चिमी भाग में तेजी से बढ़ने वाली समुद्री रिज और ईस्टर आइलैंड्स के नीचे जियोग्राफिकल एक्टिविटी का एक हॉटस्पॉट और मध्य और पूर्वी प्रशांत के बीच एक रहस्यमय स्ट्रक्चरल गैप है.
पृथ्वी के इतिहास की झलक दिखाता है यह इलाका
वांग ने कहा, 'हमने पाया कि इस क्षेत्र में, पदार्थ हमारी अपेक्षा से लगभग आधी गति से डूब रहा था, जिससे पता चलता है कि मेंटल ट्रांजीशन जोन एक बैरियर का काम कर सकता है और पृथ्वी के जरिए पदार्थ की गति को धीमा कर सकता है.' वांग की टीम ने पाया कि यह स्लैब स्ट्रक्चर आसपास के क्षेत्रों की तुलना में अधिक ठंडा और सघन है. उन्होंने कहा कि यह प्राचीन समुद्र तल का जीवाश्म टुकड़ा प्रतीत होता है.
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वांग के मुताबिक, 'यह घना इलाका समुद्र तल के एक प्राचीन टुकड़े के जीवाश्म फिंगरप्रिंट जैसा है जो लगभग 250 मिलियन वर्ष पहले पृथ्वी में समा गया था.' यह हमें पृथ्वी के अतीत की ऐसी झलक दे रहा है जो हमने पहले कभी नहीं देखी थी. वांग और उनकी टीम की रिसर्च के नतीजे Science Advances में छपे हैं.