इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एस्ट्रोनॉट बीमार हो गया! NASA की एक गलती से पूरी दुनिया में मचा कोहराम
NASA Emergency Alert: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने गलती से एक ऑडियो चला दिया जिससे लगा कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर मौजूद किसी एस्ट्रोनॉट की तबीयत बिगड़ गई है.
NASA Emergency Broadcast: 'इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर सब कुछ ठीक है. वहां मौजूद सभी एस्ट्रोनॉट सुरक्षित हैं और कोई भी बीमार नहीं है.' अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA को यह सफाई अपनी ही गलती की वजह से देनी पड़ रही है. NASA के लाइव यूट्यूब चैनल पर गलती से एक मैसेज दिया गया कि ISS का एक क्रू मेंबर 'डीकंप्रेशन सिकनेस' से जूझ रहा है. हालांकि, यह एक सिमुलेशन का ऑडियो था, ISS का नहीं.
ISS पर इमरजेंसी! मैसेज ने मचा दी खलबली
NASA के यूट्यूब चैनल से यह संदेश शाम करीब 5.28 बजे ट्रांसमिट किया गया. ऑडियो में एक महिला की आवाज सुनाई दी जो क्रू के सदस्यों से 'कमांडर को फिर से सूट पहनाने' के लिए कह रही थी. महिला ने कहा कि कमांडर की पल्स चेक करो और ऑक्सीजन दो. मैसेज में कहा गया कि एस्ट्रोनॉट 'कमजोरी' महसूस कर रहा है. यह रिकॉर्डिंग बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गई. लोग कयास लगाने लगे कि ISS पर कोई इमरजेंसी तो नहीं आ गई.
NASA ने सफाई में कहा कि यह ऑडियो एक सिमुलेशन का था जिसमें एस्ट्रोनॉट्स और ग्राउंड टीम प्रैक्टिस करते हैं. सिमुलेशन में अंतरिक्ष में पेश आने वाली तमाम चुनौतियों से निपटना सिखाया जाता है. ISS ने X (पहले ट्विटर) ऑफिशियल अकाउंट पर लिखा, 'यह ऑडियो गलती से एक सिमुलेशन से मिसराउट हो गया था, यह किसी असली इमरजेंसी से जुड़ा नहीं है.' पोस्ट में साफ किया गया कि 'इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर कोई इमरजेंसी सिचुएशन नहीं बनी है.'
क्या होती है डीकंप्रेशन सिकनेस?
डीकंप्रेशन सिकनेस को 'द बेन्ड्स' भी कहते हैं. जब वायुमंडलीय दबाव में बदलाव के चलते खून में नाइट्रोजन और अन्य गैसों के बबल्स बनते हैं तो उसे डीकंप्रेशन सिकनेस कहा जाता है. इससे सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है और व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. NASA ने अपनी सफाई में कहा कि जिस समय यह मैसेज ब्रॉडकास्ट हुआ, उस वक्त ISS का सारा क्रू सोया हुआ था.
इस घटना के बाद, NASA के ISS यूट्यूब चैनल पर लाइव फीड रोक दी गई. वहां एक एरर मैसेज आने लगा कि फीड में कुछ रुकावट है.