NASA Spacecraft Crash Changes Asteroid Shape: हमारी पृथ्वी के लिए सबसे बड़ा बाहरी खतरा एस्टेरॉयड हैं. अंतरिक्ष में घूमते बड़े-बड़े 'तबाही के गोले' अगर धरती से टकरा गए तो विनाश तय है. भविष्‍य में ऐसे खतरों को टालने के लिए वैज्ञानिकों ने एक तरकीब निकाली है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने उस तरकीब को सफलतापूर्वक आजमाकर दिखाया था. जी हां, 2022 में नासा ने अपने DART स्पेसक्राफ्ट की टक्कर जानबूझकर एक एस्टेरॉयड से कराई. इस क्रैश की वजह से 170 मीटर चौड़े एस्टेरॉयड Dimorphos ने न सिर्फ अपना रास्ता बदल लिया, बल्कि उसका साइज भी बदलकर 'तरबूज' जैसा हो गया. NASA ने 26 सितंबर 2022 को DART स्पेसक्राफ्ट को 5 किलोमीटर प्रति सेकंड की स्पीड से Dimorphos एस्टेरॉयड पर क्रैश कराया था. तब यह तो पता चला था कि एस्टेरॉयड ने रास्ता बदला है, लेकिन अब वैज्ञानिकों को मालूम पड़ा है कि उसका आकार भी बदला था. पहले यह एस्टेरॉयड गोलाकार था, क्रैश की वजह से काफी हद तक तरबूज जैसा हो गया.


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नासा के DART का फुल फॉर्म है डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्‍शन टेस्ट. इसे डिजाइन ही किया गया है पृथ्‍वी के लिए खतरनाक साबित हो सकने वाले एस्टेरॉयड को दूर भगाने के लिए. 2022 वाले क्रैश के बारे में नई जानकारी से हमें पता चलता है कि हम न सिर्फ एस्टेरॉयड का कोर्स चेंज कर सकते हैं, बल्कि उसका शेप भी.


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एस्टेरॉयड का आकार ही बदल गया, NASA की स्‍टडी में हुआ खुलासा


एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) से DART मिशन के टकराने पर NASA की जेट प्रपल्‍शन लैबोरेटरी में स्टडी हुई. यहां के नेविगेशन इंजीनियर शांतनु नायडू उस स्‍टडी के लीडर थे. उन्होंने बताया कि जब DART Dimorphos से टकराया तो बड़ी रोचक चीजें हुईं. Dimorphos की कक्षा अब वृत्ताकार नहीं रह गई थी, उसका ऑर्बिट टाइम भी 33 मिनट 15 सेकेंड घट गया. पूरे एस्टेरॉयड का आकार ही बदल गया था. पहले यह एस्टेरॉयड काफी हद तक सिमेट्रिकल था, लेकिन टक्‍कर के बाद 'त्रिअक्षीय दीर्घवृत्ताभ' जैसा - एक आयताकार तरबूज जैसा कुछ हो गया.


क्रैश से पहले और बाद का शेप

क्रैश के बाद की तस्‍वीरों ने किया हैरान


एस्टेरॉयड Dimorphos से टकराते ही DART मिशन पूरा हो गया था. हालांकि, इम्पैक्ट से पहले स्पेसक्राफ्ट ने छोटे से एस्टेरॉयड की सतह का फोटो भेजा था. टक्‍कर के बाद, एस्ट्रोनॉमर्स ने धरती और स्पेस में मौजूद टेलीस्‍कोपों की मदद ली. इटली का एक सैटेलाइट भी DART मिशन को फॉलो कर रहा था. उसने क्रैश के 5 मिनट 20 सेकंड बाद का फोटो लिया. जांच में पता चला कि टक्कर से भारी मात्रा में मलबा अंतरिक्ष में फैला. जब रिसर्चर्स ने सारा डेट सॉफ्टवेयर में डालकर यह जानना चाहा कि आखिर एस्टेरॉयड पर कितना बड़ा क्रेटर बना तो नतीजा देख हैरान रह गए. Dimorphos एस्टेरॉयड पर कोई क्रेटर बनाने के बजाय, DART ने उसका हुलिया ही बदल दिया था. शांतनु की टीम की यह रिसर्च Nature जर्नल में छपी है.