NASA Mission: नासा के अंतरिक्ष यान की टक्कर से एस्टेरॉयड की दिशा बदली, भविष्य के खतरे से बचने की दिशा में बड़ा कदम
Asteroid Deflected: नासा का डार्ट मिशन कामयाब हो गया है. पृथ्वी की ओर भविष्य में आने वाले घातक एस्टेरॉयड की दिशा बदलने की कोशिश के तहत नासा ने अपने तरह का यह पहला प्रयोग दो सप्ताह पहले किया था.
Nasa Dart Mission: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक अंतरिक्ष यान लाखों मील दूर एक हानिरहित एस्टेरॉयड से टकराया और इस दौरान उसकी कक्षा बदलने में सफल रहा. यह जानकारी एजेंसी ने ‘‘सेव द वर्ल्ड’ परीक्षण के नतीजों की घोषणा करते हुए दी.
पृथ्वी की ओर भविष्य में आने वाले घातक एस्टेरॉयड की दिशा बदलने की कोशिश के तहत नासा ने अपने तरह का यह पहला प्रयोग दो सप्ताह पहले किया था. बता दें जिस एस्टेरॉयड से नासा का यान टकराया है उससे पृथ्वी को कोई खतरा नहीं था.
नासा के यान ने बनाया एस्टेरॉयड में गड्डा
नासा ने बताया कि उसके द्वारा भेजे गए अंतरिक्ष यान डार्ट ने डिमोरफोस नामक एस्टेरॉयड से टकराकर उसमें एक गड्ढा बनाया जिसकी वजह से उससे मलबा अंतरिक्ष में फैल गया और धूमकेतु की तरह हजारों मील लंबी धूल और मलबे की रेखा बन गई.
एजेंसी ने बताया कि यान के असर को आंकने के लिए दूरबीन से कई दिनों तक निगरानी की गई ताकि पता चल सके कि 520 फीट लंबे इस एस्टेरॉयड के रास्ते में कितना बदलाव हुआ है.
यान के टकराने का हुआ ये असर
यान के टकराने से पहले यह एस्टेरॉयड मूल एस्टेरॉयड का चक्कर लगाने में 11 घंटे 55 मिनट का समय लेता था. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि उन्होंने इसमें 10 मिनट की कमी की लेकिन नासा के प्रशासन बिल नेल्सन का मानना है कि यह कमी 32 मिनट की है.
गौरतलब है कि वेंडिंग मशीन के आकार के यान को पिछले साल प्रक्षेपित किया गया था और यह करीब 1.10 करोड़ किलोमीटर दूर 22,500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से एस्टेरॉयड से टकराया.
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