Juno Mission: NASA के जूनो स्पेसक्राफ्ट ने जुपिटर पर जो देखा, आप चाहकर भी नहीं कर पाएंगे यकीन!
NASA Juno Mission Image: नासा के जूनो मिशन ने जुपिटर यानी बृहस्पति ग्रह के रहस्यमयी पांचवें चंद्रमा अमाल्थिया (Amalthea) को अपने कैमरे में कैद किया है.
Jupiter Moon Amalthea Image: बृहस्पति ग्रह के राज जानने को NASA ने जूनो स्पेसक्राफ्ट भेजा है. लगातार बृहस्पति के चक्कर लगाने वाला जूनो वहां से दुर्लभ तस्वीरें धरती पर भेजता है. इस साल की शुरुआत में, जूनो 59वीं बार जुपिटर के बेहद करीब से गुजरा. जुपिटर के चार चंद्रमा बड़े मशहूर हैं- आयो (IO), यूरोपा, गैनिमीड और कैलिस्टो. अब पांचवें का दीदार भी हो गया है. जूनो स्पेसक्राफ्ट ने Amalthea की तस्वीरें ली हैं जो जुपिटर का पांचवां चंद्रमा है. जूनो ने अमाल्थिया का फोटो तब लिया जब वह जुपिटर के Great Red Spot के ऊपर से गुजर रहा था. जूनो की मदद से वैज्ञानिकों को जुपिटर के इस बेहद छोटे मगर प्राकृतिक सैटेलाइट की दुर्लभ झलक मिली. एक बयान में NASA ने बताया कि जूनो ने अमाल्थिया का यह फोटो 7 मार्च, 2024 को लिया था. जूना मिशन की इन तस्वीरों में जुपिटर की रंगीन धारियां और उसके तूफान साफ नजर आ रहे हैं. बेहद करीब से देखने पर अमाल्थिया की झलक भी दिखती है.
NASA ने जो तस्वीरें जारी की है, उनमें अमाल्थिया एक छोटे से डॉट जैसा दिख रहा है. बैकग्राउंड में विशालकाय जुपिटर मौजूद है. NASA के मुताबिक, जब पहली फोटो ली गई थी, उस समय जूनो स्पेसक्राफ्ट जुपिटर के बादलों से करीब 2,65,000 किलोमीटर ऊपर मौजूद था.
अमाल्थिया : बृहस्पति का रहस्यमयी चंद्रमा
NASA के अनुसार, अमाल्थिया का आकार काफी कुछ आलू जैसा है. इसका द्रव्यमान इतना ज्यादा नहीं कि यह खुद को एक गोले में बदल सके. यह Io की कक्षा के भीतर रहकर जुपिटर की परिक्रमा करता है. Io जुपिटर के चार सबसे बड़े चंद्रमाओं में सबसे भीतरी है. यह पृथ्वी के 0.498 दिन में ही एक परिक्रमा पूरी कर लेता है. अमाल्थिया, हमारे सौरमंडल की सबसे लाल चीज है. यह बेहद रहस्यमयी चंद्रमा है जिसके बारे में वैज्ञानिकों को लगता है कि इसे सूरज से जितनी गर्मी मिलती है, यह उससे ज्यादा बाहर छोड़ता है. वैज्ञानिकों को इसकी वजह नहीं पता.