Pontus Plate: दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर चीन और उसके पड़ोसी मुल्क आमने सामने तो रहते ही हैं साथ ही अमेरिका और चीन एक दूसरे को चेतावनी देते रहते हैं. अगर बात मौजूदा समय की करें तो विवाद की वजह इस इलाके में संसाधनों पर कब्जे की लड़ाई है लेकिन करीब 20 मिलियन साल पहले यानी 2 करोड़ साल पहले इसका अस्तित्व नहीं था. दक्षिण चीन सागर जिस टेक्टोनिक प्लेट पर है उसे पोंटस प्लेट या भुतहा प्लेट कहते हैं. दरअसल पोंटस प्लेट के ऊपर दक्षिण चीन सागर है.


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बोर्नियो पर्वत का हिस्सा
यह प्लेट बोर्नियो पर्वत का हिस्सा है. खास बात यह है कि पोंटस प्लेट का कनेक्शन धरती के आंतरिक हिस्से मैंटल से है. इसके बारे में बताया जाता है कि यह प्रशांत महासागर के चौथाई हिस्से के बराबर था. utretch university के शोधकर्ता सुजाना वैन डे लागेमैट का कहना है कि इसमें आश्चर्य वाली बात यह है कि इसके बारे में पहले कोई जानकारी नहीं थी. उनका कहना है कि पहले वो प्रशांत महासागर के बारे में अध्ययन कर रही थीं. इस इलाके में टेक्टोनिक प्लेट में लगातार हलचल होती रहती है और उसका असर भी भूकंप के तौर पर नजर आता है,  उस दौरान उनकी टीम को पोंटस प्लेट के बारे में पता चला और दिलचस्पी बढ़ गई.


शोधकर्ता ने क्या कहा
वैन डे लागेमैट ने कहा कि यह अक्षांश उन अन्य प्लेटों से प्राप्त अक्षांश के साथ फिट नहीं था जिसके बारे में हम पहले से ही जानते थे. रहस्य को उजागर करने के लिए, उन्होंने पिछले 160 मिलियन वर्षों में क्षेत्र के भूविज्ञान की जांच के लिए कंप्यूटर मॉडल का उपयोग किया. प्लेट पुनर्निर्माण ने अब दक्षिण चीन और बोर्नियो के बीच एक गैप दिखाई दिया. एक महासागर जिसे कभी इजानगी प्लेट नामक एक अन्य प्राचीन प्लेट द्वारा जाना जाता था. वह वास्तव में उस प्लेट पर नहीं था. इसकी जगह बोर्नियो चट्टानें उस रहस्यमय अंतराल में फिट हो गईं. शोधकर्ताओं ने पाया कि उस स्थान पर वास्तव में पहले कभी ज्ञात प्लेट का कब्जा नहीं था.