बैंकाक: भारतीय बॉक्सर अमित पंघाल (52 किलो) ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप (Asian Boxing Championship) में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीत लिया है. पिछले साल एशियन गेम्स में स्वर्ण जीतने वाले अमित पंघाल (Amit Phangal) ने शुक्रवार (26 अप्रैल) को दक्षिण कोरिया के किम इंक्यू को हराया. उन्होंने बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में भी स्वर्ण पदक जीता था. राष्ट्रीय चैंपियन दीपक सिंह (49 किलो) और कविंदर सिंह बिष्ट (56 किलो) को रजत पदक मिले.

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अमित पंघाल ने आक्रामक अंदाज में खेलना शुरू किया और विरोधी के पास उनके हमलों का कोई जवाब नहीं था. पंघाल ने सेमीफाइनल में चीन के जियांगुआन हू को 4-1 से करारी शिकस्त दी थी. इस साल की शुरूआत में 49 किलो से 52 किलो में आने के बाद पंघाल का यह पहला टूर्नामेंट है. उन्होंने 2015 में कांस्य पदक जीता था. 
हालांकि, 49 किग्रा वर्ग में भारत को निराशा हाथ लगी. नेशनल चैंपियन दीपक सिंह को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. उन्हें उज्बेकिस्तान के नोडिजरेन मिर्जामदेव ने बंटे हुए फैसले में हराया. भारतीय दल ने रेफरी को रिव्यू के लिए पीला कार्ड भी दिया, जो इस साल प्रायोगिक आधार पर टूर्नामेंट में शुरू किया गया है. इसके तहत कोच के पास किसी फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए एक मिनट का समय होता है. मुकाबले के स्लो मोशन फुटेज रेफरी देखता है तो उस पर अंतिम फैसला लेता है. संबंधित टीम के पक्ष में फैसला नहीं आने पर राष्ट्रीय महासंघ को 1000 डालर जुर्माना देना पड़ता है. 

भारत के हाई परफार्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा, ‘हम फैसला बदला नहीं सके लेकिन विरोध दर्ज कराया.’ बिष्ट को उज्बेकिस्तान के मिराजिजबेक मिर्जाहेलिलोव ने मात दी. उत्तराखंड का यह मुक्केबाज दाहिनी आंख पर पट्टी बांधकर खेल रहा था चूंकि सेमीफाइनल में उसे चोट लगी थी. 

कविंदर सिंह बिश्ट को भी 56 किग्रा वर्ग के फाइनल में एशियन गेम्स के मौजूदा चैंपियन उज्बेकिस्तान के मिराजिज्बेक मिर्जाखालिलोव के खिलाफ हार झेलनी पड़ी. एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में छह भारतीय पहुंचे हैं. इनमें से आशीष कुमार (75 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा) और सिमरनजीत कौर (64 किग्रा) के मैच होने बाकी हैं. 


(भाषा/आईएएनएस)